तबीयत बिगड़ने पर बुलाया गया था डॉक्टर
उन्होंने बताया कि गायनोकॉलोजिस्ट की सलाह पर कार्रवाई की जाती है। जेल के नियम के अनुसार, गर्भवती से काम नहीं लिया जाएगा। गायनोकॉलोजिस्ट की सलाह पर जो दवाईयां चलनी हैं वो दी जाएंगी। साथ ही डॉक्टर की सलाह पर अल्ट्रासाउंड और अन्य जांचें कराई जाएंगी। मुस्कान को जेल में बैरक में ही रखा जाएगा। बता दें कि सौरभ हत्याकांड की मुख्य आरोपी मुस्कान जेल में बंद है। हाल ही में उसकी तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद जेल प्रशासन ने जिला अस्पताल से डॉक्टर बुलाए। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि मुस्कान पांच से सात हफ्ते की गर्भवती है। क्या बच्चे को स्वीकार करेगा सौरभ का परिवार?
सात अप्रैल को डॉक्टर कोमल ने जिला जेल में उसका टेस्ट किया, जिसमें उसकी प्रेग्नेंसी की पुष्टि हुई थी। जेल मेन्युअल के मुताबिक, जन्म के बाद छह साल तक बच्चा जेल परिसर में अपनी मां के साथ बैरक में रह सकता है। मीडिया से बात करते हुए मृतक सौरभ के भाई राहुल ने कहा था कि हमें जानकारी मिली है कि मुस्कान गर्भवती है। यदि बच्चा सौरभ का है तो हम उसे स्वीकार करेंगे और पालेंगे भी। अगर बच्चा सौरभ का नहीं हुआ तो हमें इस बच्चे से कोई मतलब नहीं होगा। इसके लिए पुलिस कानूनी रूप से डीएनए टेस्ट करवाए।
गौरतलब है कि लंदन से मेरठ लौटे सौरभ कुमार की पत्नी मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी थी। आरोपियों ने शव के टुकड़े प्लास्टिक के ड्रम में रखकर ऊपर से सीमेंट भर दिया था। हत्या से पहले मुस्कान ने अपनी पांच साल की बेटी को अपने मायके में छोड़ दिया था। हत्या के बाद वह साहिल के साथ हिमाचल घूमने चली गई थी।