ये है वजह
जानकारी के अनुसार खेल विभाग में दिव्यांशी बघेल हॉकी खेल में मानसेवी प्रशिक्षक के पद पर तैनात हैं। इन दिनों स्टेडियम में मरम्त का कार्य चल रहा है इसलिए पर्याप्त खेल मैदान नहीं मिल रहा है फिर भी कम जगह में हॉकी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षक दिव्यांशी के अनुसार खेल विभाग के बाबू दिलीप माहौर रोजाना हाजिरी रजिस्टर को ताले में रखते हैं। जब भी हस्ताक्षर करना होता हैं तब रजिस्टर को बाबू ताले से निकालते हैं। दो दिन बाबू दिलीप ऑफिस नहीं आए तो मैंने हस्ताक्षर नहीं कर पाए तो शुक्रवार को कार्यालय पहुंचकर बाबू दिलीप माहौर से रजिस्टर मांगा तो उन्होंने कहा कि अब हस्ताक्षर नहीं हो सकते। इसी बात पर बहस हो गई और तभी खेल अधिकारी भी आ गए और बाबू व अधिकारी दोनों ने महिला गलत तरीके से बात की तो वह घबरा गई और बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ी।
अधिकारी प्रशांत कुशवाह डरे हुए हैं…
महिला प्रशिक्षक का कहना है कि मेरी वरिष्ठ अधिकारियों से बात हो गई, अभी इलाज करा रही हूं, सोमवार को लिखित शिकायत करूंगी। वहीं इस मामले को लेकर जिला खेल एवं युवक कल्याण अधिकारी प्रशांत कुशवाह डरे हुए हैं, इसलिए वह सामने आने से घबरा रहे हैं, उनको मोबाइल पर दो बार कॉल किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। खेल प्रशिक्षक दिव्यांशी बघेल लंबे समय तक अनुपस्थित रहती है, फिर हस्ताक्षर के लिए दबाव बनाती हैं। शुक्रवार को जिस समय वह आई, उस समय खेल अधिकारी भी मौजूद थे, बहसबाजी हुई, उसके बाद उसका स्वास्थ्य खराब हुआ तो उसको जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया है।- दिलीप माहौर, लिपिक खेल विभाग
खेल विभाग में महिला प्रशिक्षक के साथ क्या बात हुई है, यह मामला अभी तक हमारे पास नहीं आया है, अगर शिकायत आएगी तो जांच कराएंगे।- सुरेन्द्रपाल सिंह डावर, एडीशनल एसपी