Badass Ravikumar Review: रवि कुमार के तौर पर जोरदार रेट्रो मसाला एंटरटेनर लेकर आए हिमेश रेशमिया, पढ़ें रिव्यू
Badass Ravikumar Review: हिमेश रेशमिया की फिल्म बैडएस रविकुमार रिलीज हो गई है। इस फिल्म के अनाउंसमेंट के बाद से ही लोग इसका वेट कर रहे थे। इसे देखने का प्लान बना रहे हैं तो इससे पहले पढ़ लीजिए इसका रिव्यू।
Badass Ravikumar Movie Review: आज के दौर में जब सिनेमा पर हाई-बजट सुपरहीरो और भव्य एक्शन फिल्मों का दबदबा है, ‘बैडएस रवि कुमार’ बॉलीवुड के क्लासिक दौर की झलक लेकर आया है और विशुद्ध कमर्शियल स्पेस में कॉप सुपरहीरो साबित होता है।
कहानी एक बेखौफ और कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी रवि कुमार (हिमेश रेशमिया) की कहानी है, जो जरूरत पड़ने पर अंडरकवर मिशन को अंजाम देता है। अपने दमदार अंदाज में वह अपराधियों का सफाया करता है। पर जब उसका सामना स्टाइलिश और खतरनाक विलेन कार्लोस पेड्रो पैंथर (प्रभु देवा) से होता है, तो एक धमाकेदार भिड़ंत के लिए मंच तैयार हो जाता है। एक्शन, ड्रामा और सुपरहिट म्यूजिक से भरपूर बैडएस रवि कुमार हर मायने में एक मसाला एंटरटेनर है।
हिमेश रेशमिया के दमदार डायलॉग्स
रवि कुमार के रूप में हिमेश रेशमिया छा गए हैं। उनका डायलॉग डिलीवरी का अंदाज, दमदार स्क्रीन प्रेजेंस और एक्शन सीन 80 के दशक के बॉलीवुड हीरो की याद दिलाते हैं। उनकी पंचलाइन हो या उनका स्वैग, हिमेश इस किरदार को एक ऐसा करिश्माई टच देते हैं, जो हर पीढ़ी के दर्शकों को पसंद आएगा। यह फिल्म पुराने दौर के एक्शन हीरोज को एक शानदार ट्रिब्यूट देती है।
प्रभु देवा अपने स्टाइलिश लेकिन खतरनाक किरदार कार्लोस पेड्रो पैंथर के रूप में अच्छा प्रदर्शन करते हैं। वह चार्म और विलेनगिरी का शानदार संतुलन पेश करता है। कीर्ति कुल्हारी दमदार और निडर लैला के रूप में प्रभावित करती हैं, जबकि सनी लियोनी के रहस्यमयी किरदार निशा से फिल्म को और गहराई मिलती है। डेब्यूटेंट सिमोना, अपने मधुबाला वाले किरदार में बेहतरीन छाप छोड़ती हैं और रवि कुमार की कहानी को खूबसूरती से पूरा करती हैं। वहीं, सौरभ सचदेवा, संजय मिश्रा, जॉनी लीवर, मनीष वाधवा और अनिल जॉर्ज जैसे कलाकार अपनी बेहतरीन अदाकारी से फिल्म में हास्य और गंभीरता का बेहतरीन संतुलन बनाए रखते हैं।
उम्दा म्यूजिक और बैकग्राउंड स्कोर
हिमेश रेशमिया की फिल्म बिना चार्टबस्टर गानों के अधूरी होती है तो उन्होंने वह अधूरापन नहीं रखा है। ‘बैडएस रवि कुमार’ का संगीत उसकी जान है। दिल के ताजमहल में, तंदूरी डेज़, तेरे प्यार में, हुक स्टेप हुक्का बार और बाज़ार-ए-इश्क़ जैसे गाने दर्शकों को थिएटर से निकलने के बाद भी झूमने पर मजबूर कर देंगे। फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर रोमांच को और बढ़ा देता है और क्लासिक बॉलीवुड की फीलिंग को जीवंत करता है।
कैसा है डायेरक्शन
कीथ गोम्स के निर्देशन और हिमेश रेशमिया मेलोडीज़ के बैनर तले बनी बैडएस रवि कुमार यह साबित करती है कि सही बजट, बेहतरीन म्यूजिक और स्मार्ट स्टोरीटेलिंग के साथ एक फिल्म बड़ी हिट हो सकती है। ऐसे समय में जब हाई-बजट फिल्में भी बॉक्स ऑफिस पर संघर्ष कर रही हैं, यह फिल्म दर्शकों के दिलों में जगह बनाकर जबरदस्त कमाई कर सकती है। अपनी मास अपील, दमदार डायलॉग्स और यादगार म्यूजिक के साथ, बैडएस रवि कुमार एक पैसा-वसूल एंटरटेनर है!