दरअसल, राज्य स्तरीय बलदेवराम पशु मेले से खरीद के बाद ट्रकों में लोड कर खरीदे गए गौवंश को लेकर रवाना हुए व्यापारियों, पशुपालकाें को अजमेर में रुकवा लिया गया। वहां, जिसमें अवांछित गौरक्षक दलों ने पशुपालकों, व्यापारियों के साथ मारपीट व लूटपाट की। इसके बाद पुलिस प्रोटक्शन में वाहनों को फिर मेड़ता मेले में लाया गया। लेकिन शुक्रवार तड़के 3 बजे मेड़ता मेले से तीन गाड़ियां फिर रवाना हुई। लेकिन अजमेर के आदर्श नगर थानेे में फिर वहीं स्थिति बनी। वहां पशुपालक व चालकों को रुकवाया गया। यहां मौजूद पशु व्यापारियों के अनुसार कथित गौरक्षकों ने एक लोडिंग जीप चालक महाराष्ट्र के रामेश्वर साबले के साथ गंभीर मारपीट करते हुए उसके हाथ-पैर तोड़ दिए। वहां से 2 पशुपालक-व्यापारी लापता है और उनका फोन भी कोई नहीं उठा रहा है।
पशुपालकों से जानिए- यहां पुलिस ने छोड़ा तो धमकी दी, तुम आगे आओ हम बताते हैं यहां मेला मैदान में अटके पशुपालक, व्यापारी शुक्रवार दोपहर थाने पहुंचे और सुरक्षा मुहैया करवाकर यहां से निकालने की मांग की। इस दौरान मध्यप्रदेश के धार जिले के पशु व्यापारी शंकर ने बताया कि एक संत के साथ 10-15 जनों ने मेड़ता आकर हमारा वीडियो बनाया। हमने वीडियो बनाने की वजह पूछी तो कहा कि हमारी मर्जी से बना रहे हैं। फिर भागने लगे तो पकड़कर थाने में बंद करवाया। उसके बाद उनको वापस छोड़ दिया गया। उन्होंने यह कहा कि तुम आगे आओ, हम आगे बताते हैं।
बैलों पर टैग, सर्टिफिकेट और मोहर छाप भी…इससे बड़ा और क्या सबूत चाहिए सा’ब करण लुहार गुजरात ने बताया कि हम इस मेले में बड़े उत्साह से आए थे। यहां आकर बैल खरीद करके हम परेशानी में फंस गए हैं। बैल और पशु व्यापारी धूप में तप रहे हैं। कल इतना दंगा हुआ कोई मेला अधिकारी यहां नहीं आया। उन्होंने धमकी दी और रातभर घूम भी रहे थे। हमने जाकर थाने में इस बात से अवगत करवाया तो पुलिस ने कहा कि हमारे कांस्टेबल वहां तैनात कर देंगे। लेकिन वहां कोई नहीं आया। पशुपालक चंदारामबिंजारा ने बताया कि बैलों पर टैग लगे हुए हैं, डॉक्टर का सर्टिफिकेट बना हुआ है, कलक्टर व मेले की मोहर छाप लगी हुई है। इससे बड़ा और क्या सबूत चाहिए सा’ब।
अब यह कार्य योजना : अब कंट्रोल रूम और पेट्रोलिंग का मिलेगा सुरक्षा कवच इस मामले को लेकर मेड़ता पहुंचे पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. महेश कुमार मीणा ने बताया कि नागौर जिला कलक्टर लगातार अजमेर डीआईजी और संभागीय आयुक्त के संपर्क मेंं है। योजना के तहत अब यहां एक अलग से रवानगी का कंट्रोल रूम स्थापित होगा। जिसमें पशुपालन विभाग, प्रशासन व पुलिस के कार्मिक रहेंगे। वो लगातार जो गाड़िया रवाना होगी, वैसे-वैसे आगे के थानों के प्रभारी, सर्किल ऑफिसर के संपर्क में रहेंगे। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद आगे से आगे चलते रहेंगे।
इनका कहना है… अजमेर में पशुओं से भरे वाहनों को रुकवाया जा रहा है। अब आगे सभी जिलों में बात कर रहे हैं। हम प्रयास कर रहे हैं कि आगे भी पशुपालकों और व्यापारियों को दिक्कत नहीं हो। सभी वाहनों को सुरक्षा में अपने गंतव्य तक भेजा जाएगा।
– रामकरण मलिंडा, पुलिस उप अधीक्षक, मेड़ता सिटी।