कलक्ट्रेट चौराहा: दूर खड़े देखते रहे कलक्ट्रेट चौराहे पर करीब 23 वाहन गुजरे। इसमें केवल महज नौ ने यातायात नियमों की पालना की, शेष 14 वाहन गलत साइड से निकल रहे थे। वहां पर मौजूद ट्रेफिक पुलिस कर्मी ने किसी को नहीं रोका। इनमें कई वाहन चालक मोबाइल पर बात करते रहे, । इसकी वजह से दूसरों का मुश्किल होती रही।
गांधी चौक: मोबाइल पर व्यस्त रहे गांधी चौक में करीब 20 मिनट नजारा देखा। यहां यातायात नियम टूटते रहे। मौके पर मौजूद ट्रेफिक पुलिस कर्मी मोबाइल पर व्यस्त रहा तो कोई छाया में खड़ा था । इस दौरान दो पहिया, तीन पहिया से लेकर चार पहिया वाहन तक गुजरे। कार चालकों ने सीट बेल्ट नहीं लगा रखी थी, और न ही कोई निर्धारित मार्ग से जा रहा था। जिसको जहां जगह मिली, वहीं से आड़ा-तिरछा कर अपना वाहन ले जाता। ट्रेफिक कर्मी अपनी जगह से हिले तक नहीं।
मानासर चौराहा: वाहन भिड़े, फिर भी नहीं उठे मानासर चौराहे पर करीब 20 मिनट में 45 वाहन गुजर गए। इसमें दो वाहन तो गलत साइड से आने के कारण टकरा गए। दोनों के चालकों में बहस होने लगी , लेकिन वहां पर मौजूद ट्रेफिक कर्मी ने उठने तक की जहमत नहीं की। एक ही बाइक पर चार – पांच लोग एक साथ सफर करते नजर आए।
इनका कहना है… यातायात नियमों की पालना कराने के लिए ट्रेफिक पुलिस कर्मी लगा रखे हैं। यातायात नियमों को तोड़ने पर कार्रवाई की जाती है। लोगों को खुद भी जागरुक होना पड़ेगा। इसके प्रयास किए जा रहे हैं।
उम्मेद सिंह, पुलिस उपाधीक्षक, ट्रेफिक शाखा नागौर