करण थापर के साथ द वायर पर एक साक्षात्कार में थरूर ने सरकार के फैसले का बचाव किया, जिसमें पाकिस्तान में आतंकी बुनियादी ढांचे पर सटीक हमले करने को “गणना और परिपक्व” बताया गया। उनकी ये टिप्पणियां कांग्रेस पार्टी के भीतर हंगामा मचा गई हैं, क्योंकि पार्टी का रुख मोदी सरकार की भारत-पाकिस्तान संबंधों की नीति पर आलोचनात्मक रहा है, विशेष रूप से जब 10 मई, 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच युद्धविराम कराने का दावा किया था।
कांग्रेस पार्टी लाइन के खिलाफ मान रही थरूर का बयान
थरूर की टिप्पणियां पार्टी की रेखा से हटकर मानी गई हैं, जिससे आंतरिक पार्टी तनाव और सार्वजनिक आश्चर्य पैदा हुआ है, जैसा कि बीजेपी नेताओं और अन्य राजनीतिक पर्यवेक्षकों द्वारा नोट किया गया है। इस साक्षात्कार का वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें थरूर की वाक्पटुता और मोदी सरकार के एक्शंस के साथ उनकी अप्रत्याशित सहमति को रेखांकित किया गया है, जिसने सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में भारत में विपक्षी राजनीति की बदलती गतिशीलता पर चर्चा को जन्म दिया है। हालांकि, कांग्रेस के भीतर से ही थरूर की टिप्पणियों पर असंतोष के संकेत मिल रहे हैं। बुधवार को वरिष्ठ पार्टी सूत्रों ने कहा कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष पर थरूर की बार-बार की गई टिप्पणियों से उन्होंने “लक्ष्मण रेखा” को पार कर लिया है, जो पार्टी के भीतर उनकी टिप्पणियों को लेकर असंतोष को दर्शाता है। यह पार्टी के भीतर के तनाव को और बढ़ा रहा है, क्योंकि थरूर की टिप्पणियां पार्टी लाइन से हटकर मानी जा रही हैं।