इंडोनेशिया ने भी वैश्विक चुनौतियों से निपटने और ग्लोबल साउथ के हितों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता जताई। जनवरी 2025 में इंडोनेशिया को बतौर पूर्ण सदस्य ब्रिक्स में शामिल कर लिया गया था। उसी समय बेलारूस, बोलिविया, कजाकिस्तान, क्यूबा, मलेशिया, नाइजीरिया, थाईलैंड, युगांडा और उज्बेकिस्तान को साझेदार देशों के रूप में शामिल किया गया था।
ब्रिक्स समिट में प्रधानमंत्री की भागीदारी पर एक विशेष मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए विदेश मंत्रालय में सचिव (आर्थिक संबंध) दम्मू रवि ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति लूला को उनके गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए धन्यवाद दिया और इंडोनेशियाई राष्ट्रपति का पूर्ण सदस्य के रूप में ब्रिक्स में शामिल होने पर स्वागत किया।’ शिखर सम्मेलन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए रवि ने कहा कि ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा ने इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति को बहुत महत्व दिया।
मलेशियाई पीएम इब्राहिम से मोदी की मुलाकात सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, रक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन और जनसंपर्क जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने हालिया पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करने और पारस्परिक मुद्दों पर मलेशिया के समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने मलेशिया को आसियान की सफल अध्यक्षता के लिए बधाई दी और आसियान-भारत मुक्त व्यापार समझौते की शीघ्र समीक्षा को लेकर मलेशिया की भूमिका की सराहना की। क्षेत्रीय सुरक्षा और बहुपक्षीय सहयोग पर भी विचार साझा किए गए।
बॉक्स भारत को सीओपी-33 की मेजबानी का समर्थन शिखर सम्मेलन में भारत को 2028 में सीओपी-33 की मेजबानी के लिए ब्रिक्स का पूर्ण समर्थन मिला। ब्रिक्स नेताओं ने उम्मीद जताई कि यह सम्मेलन जलवायु परिवर्तन के खिलाफ वैश्विक प्रयासों को नई दिशा देगा। सम्मेलन में ब्रिक्स जलवायु नेतृत्व एजेंडा को मंजूरी दी गई, जिसमें विकासशील देशों के हितों को ध्यान में रखते हुए जलवायु समाधान तेजी से लागू करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में बहुपक्षीय सहयोग, जलवायु संकल्पों की पूर्ति, और वनों व जैव विविधता के संरक्षण पर जोर दिया गया।
2026 में भारत करेगा ब्रिक्स की मेजबानी अगले साल होने वाले 18वें ब्रिक्स सम्मेलन की अध्यक्षता भारत करने वाला है। इसके लिए ब्रिक्स नेताओं ने भारत को शुभकामनाएं दीं।