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CG News: सुशासन तिहार में CM साय की 4 बड़ी घोषणाएं, इस जिले में होगा छात्रावास का निर्माण तो… जानें मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि मनियारी जलाशय और पथरिया जलाशय जैसी महत्वपूर्ण सिंचाई परियोजनाएं वर्षों से अधूरी पड़ी हैं, जो लापरवाही का स्पष्ट प्रमाण हैं। जीपीएम गांव के मिडिल स्कूल परिसर में महुआ पेड़ के नीचे लगी चौपाल में ग्रामीण अपने बीच मुख्यमंत्री साय को यूं अचानक पाकर आश्चर्यचकित हो गए, लेकिन कुछ ही क्षणों में यह हैरानी स्वागत में बदल गई।
ग्रामीणों ने गुलमोहर की माला, तेंदू फल की टोकरी और स्थानीय फूल-पत्तियों से बना गुलदस्ता भेंट कर मुख्यमंत्री साय का आत्मीय अभिनंदन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से बात करते हुए कहा, सरकार कैसे काम कर रही है, यह जानने मैं स्वयं आपके घर आया हूं। जो भी परेशानी है, निःसंकोच बताइए। चौपाल के दौरान जब
मुख्यमंत्री की नजर ओवरफ्लो हो रही पानी टंकी पर पड़ी, तो उन्होंने पानी की बर्बादी पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने ग्रामीणों की शिकायत पर पीएचई विभाग के सब इंजीनियर को फटकारते हुए कहा, या तो काम करो, या सस्पेंड होने के लिए तैयार रहो।
ये सरकार का काम है मजाक नहीं..गेट आउट मुख्यमंत्री साय का इस दौरान रौद्र रूप दिखा। उन्होंने ग्रामीणों से सीधे संवाद करते हुए उनकी समस्याएं सुनीं। चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने पेयजल संकट की गंभीर समस्या उठाई, तो मुख्यमंत्री ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सब इंजीनियर को मौके पर बुलाकर जल आपूर्ति की जानकारी मांगी। सब इंजीनियर द्वारा असंतोषजनक जवाब देने पर फटकार लगाते हुए कहा कि ये सरकार का काम है कोई मजाक नहीं गेट आउट।
मिनी स्टेडियम की घोषणा मुख्यमंत्री साय ने ग्रामीणों की मांग पर मिडिल स्कूल भवन के मरम्मत की घोषणा की, साथ ही स्कूल मैदान को मिनी स्टेडियम के रूप में विकसित करने की भी घोषणा की। इसके साथ ही सीएम अन्य योजनाओं की जमीनी हकीकत को परखा। कमी पर अधिकारियों को सख्त चेतावनी भी दी। इस अवसर पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह और सचिव पी. दयानंद सहित अन्य अधिकारी तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।