ICU से बाहर आया मरीज, सड़क पर किया हंगामा
दरअसल, रतलाम के एक निजी अस्पताल के बाहर एक मरीज और उसके परिजनों ने जमकर हंगामा मचा दिया। मरीज ने सांस लेने वाली नली और कैथेटर पहना हुआ था। उसने अस्पताल पर जालसाजी का आरोप लगाया। मरीज के साथ ही उसके परिजनों ने भी चीख-चीख कर लोगों के सामने अस्पताल की पोल खोल दी। मरीज की पत्नी ने बताया कि उसका पति बंटी रतलाम मोतीनगर का रहने वाला है और मारपीट में घायल होने के बाद उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। जहां से उसे इंदौर रेफर कर दिया गया, लेकिन हम रतलाम के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए रुक गए। इलाज चल रहा था और हमने 40 हजार का भुगतान भी कर दिया था। तभी डॉक्टर्स ने कहा कि मरीज कोमा में चला गया है और उसकी जान बचाने के लिए इलाज के लिए और पैसे लगेंगे।
पांच लोगों ने पति को बांध रखा था और वे चिल्ला रहे थे
मरीज की पत्नी का कहना है कि ‘मैं दोपहर में 1 लाख रुपए लेकर आई थी और उन्होंने मुझे बताया कि मेरे पति आईसीयू में कोमा में हैं। मैं अचानक पैसे लेकर आईसीयू में गई और तो पति को देखते ही मेरे होश उड़ गए। मैंने देखा कि ICU के अंदर 5 लोगों ने मेरे पति को बांध रखा था और वो चिल्ला रहे थे कि मुझे मेरी पत्नी से मिलने दो। मैं अपने पति को बचाने के लिए जोर-जोर से चिल्लाने लगी। मेरे पति ने भी दर्द में सीजर हाथ में लेकर खुद को बचाने की कोशिश की और फिर जैसे ही वो लोग डर के मारे वहां से चले गए तो, मैं अपने पति को लेकर बाहर भागी।
कोमा में नहीं है मरीज
घायल मरीज की पत्नी ने बताया कि वे यह कहकर पैसे ऐंठना चाहते थे कि मेरे पति कोमा में हैं। अगर मैं समय पर आईसीयू में नहीं जाती तो मेरे पति की जान को खतरा हो सकता था। फिलहाल अब मरीज का मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। इस बीच मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर के मुताबिक मरीज को इंदौर रेफर किया गया था। आज कुछ दिक्कत होने पर वह वापस आ गया है। लेकिन वह कोमा में नहीं है, पूरी तरह होश में है।