ये है पूरा मामला
जैन समाज अदर्शन जैन ने बताया जैन साध्वी हितदर्शना जी व चारू दर्शना जी रैनमऊ से विहार करके महू-नीमच हाईवे से बदनावर तरफ जा रहे थे। हितदर्शनाजी वृद्ध होने से व्हील चेअर पर थे जबकि चारू दर्शना जी कके साथ तीन-चार हेल्पर भी व्हील चेअर धकेलते हुए चल रहे थे। शाम करीब पौने छह बजे पीछे से तेजी से आई कार ने उनकी व्हील चेअर को टक्कर मारी और चालक कार लेकर भाग गया। इससे हिलदर्शना जी घायल हो गई। समाजजनों को जानकारी मिली तो कार का पीछा करके कानवन से उन्हें दबौच लिया। बिलपांक पुलिस थाना प्रभारी अय्यूब खान बताया दोनों आरोपी खरगौन के बेडिया के रहने वाले हैं। पुलिस ने आरोपी आलमिन पिता गुलशेर (24) और आरिफ पिता रफीक खान (32) को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जमानत मिल गई।
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पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी ने जैन संत को टक्कर मामले की निंदा करते हुए आरोपियों पर कठोर कार्रवाई की मांग पुलिस और प्रशासन से की। कोठारी बताया कि रात में समाज के व्यक्ति ने फोन पर बताया की सिमलावदा में सागरगच्छ के जैन संतों को कुछ युवकों ने धक्का देकर गिराया और धमकाकर भाग गए। जैन संतों को गंभीर चोट आई है। कोठारी ने कहा उक्त कृत्य जानबूझकर षडयंत्रपूर्वक समाज में वैमनस्यता फैलाने के उद्देश्य से किया गया। जैन संतों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।