सागर. हम सोचते हैं कि किसी भी आयोजन का भार हमारे ऊपर है। जबकि जो हो रहा सब ठाकुर जी संभाले हुए हैं। लेकिन उनकी धारणा श्रेय लेने की नहीं है। वह तो कहते हैं ‘‘कछु माखन को बल बढ़ो कछु गोपन करी सहाय। राधाजी की कृपा से गोवर्धन लियो उठाय’’ लेकिन ठाकुर जी कभी परीक्षा भी ले लेते हैं।
सागर•Feb 05, 2025 / 12:11 pm•
रेशु जैन
katha_ff0d00
आज सुबह 09 बजे से प्रारंभ होगी कथ |
Hindi News / Sagar / श्रेय लेने की होड़ में मत रहो, जो कर रहे हैं ठाकुरजी कर रहे हैं यह भाव हर संकट से पार लगा देगा: पं इंद्रेश महाराज