गोपालगंज निवासी 21 वर्षीय नूर खान ने बताया कि 3 मई को एक विज्ञापन देखाा था, जिसमें दिया था कि भारत की नंबर-1 टेलीकॉम 5जी कंपनी में पार्टटाइम मैसेज सेंडिंग, कॉलिंग जॉब करके लड़का-लड़कियां, गृहणी, स्टूडेंट कमाए 21500 से 71900 रुपए महीना। इसके बाद उसपर दिए नंबर पर संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि कंपनी समय-समय पर अपने ऑफर में कुछ बदलाव और कुछ स्थिरता बनाए रखती है इसके प्रचार-प्रसार के लिए डिजिटल इंडिया के तहत नौकरी दे रही है, जिसके लिए कोई परीक्षा या इंटरव्यू नहीं लिया जाता, सिर्फ योग्यता के आधार पर आप नौकरी कर सकते हैं। जिसके लिए कुछ जरुरी दस्तावेज जरूर कंपनी के मोबाइल नंबर पर भेजने होंगे।
– रुपए मांगे तो समझ आया फर्जीवाड़ा
नौकरी की चाहत में ठगों के संपर्क में आए नूर ने बताया कि उसने अपने शैक्षणिक योग्यता संबंधी दस्तावेज, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो और बायोडाटा सोमवार को विज्ञापन में दिए नंबर पर भेज दिया। इसके बाद उसके पास फोन आया और 1500 रुपए की मांग की गई। नूर ने बताया कि नौकरी के नाम पर रुपयों की मांग सुनते ही उसे फर्जीवाड़े का अंदेशा हुआ। इसके बाद उसने इंटरनेट पर देखा तो पता चला कि महाराष्ट्र में इस तरह से कई लोगों से पहले भी ठगी हो चुकी है।
– वेतन के साथ प्रति मैसेज भी 5 रुपए
विज्ञापन देने वाले ठगों ने बताया कि जिस तरह आपके मोबाइल नंबर पर टेलीकॉम कंपनी से मैसेज आते हैं, उसी तरह कंपनी के यूजर के नंबरों पर ऑफर सहित अन्य तरह के मैसेज फॉरवर्ड करने का काम करना होगा। इसके लिए कंपनी हर दिन 100 यूजर्स के नंबर उपलब्ध कराएगी। इसके अलावा कंपनी काम करने के लिए एक लैपटॉप, एक मोबाइल, दो सिम कार्ड और एक एसएमएस फाइल देती है। कंपनी दो तरह से वेतन देती है। पहला 21,500 हजार रुपए प्रतिमाह और दूसरा 5 रुपए प्रति मैसेज। वेतन प्रतिमाह और मैसज करने का हर रोज भुगतान बैंक खाते में किया जाएगा। नौकरी फाइनल होने के बाद 24 से 48 घंटे में कंपनी के दो प्रमोटर आपके पते पर आएंगे, जो काम कैसे करना है यह सिखाएंगे।