रैगांव विधानसभा क्षेत्र के लिए यह प्लांट मील का पत्थर साबित होगा। क्योंकि इस विधानसभा क्षेत्र की गिनती विकास में सबसे पीछे होती है। ऊर्जा विकास निगम ने इस विधानसभा के शिवराजपुर और उरदना खुर्द की जमीन को सेटेलाइट मैपिंग के जरिए सोलर प्लांट स्थापित करने के सही पाया है।
अगर सब कुछ सही रहता है और वांछित जमीन उपलब्ध हो जाती है तो यह क्षेत्र विकास के नए कीर्तिमान स्थापित करेगा। यहां के 354 हेक्टेयर भूमि पर सोलर पावर प्लांट स्थापित किया जाएगा। इस प्लांट के स्थापित होने से क्षेत्र की ऊर्जा जरूरतें पूरी होंगी साथ ही यहां से विद्युत अन्य प्रदेशों को ग्रिड के माध्यम से बेची जा सकेंगी। इसके साथ ही अक्षय ऊर्जा के नक्शे में सतना जिले का भी नाम होगा।
ऊर्जा विकास निगम ने सेटेलाइट मैप से शिवराजपुर, उरदनाखुर्द सहित आस पास के अन्य गांवों में सोलर पावर प्लांट के उपयुक्त जमीन चिन्हित की है। इस संबंध में जिला प्रशासन ने इस क्षेत्र की जमीन की जानकारी मांगी है। हालांकि, इसका काफी हिस्सा वन क्षेत्र भी है। शेष ज्यादातर हिस्सा राजस्व भूमि है। यह जमीन पथरीली और अनुपयोगी है। अभी प्राथमिकता की दृष्टि से राजस्व भूमि पर फोकस किया जा रहा है।
राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी ने बताया कि रैगांव विधानसभा क्षेत्र में सोलर प्लांट की स्थापना होती है तो यह सुखद परिदृश्य होगा। इस दिशा में प्रयास तेजी से हो रहे हैं। संभावना है जल्द ही सभी प्रक्रियाएं पूरी हो जाएंगी।