ऐसा नहीं है कि यह समस्या केवल मिनी सचिवालय तक सीमित हो, बल्कि अन्य सरकारी कार्यालयों में भी यही हालात हैं। इतना ही नहीं, खुद के आवासों में भी पीने के लिए पानी की व्यवस्था नहीं है। इनमें चाहे सरकारी जिला अस्पताल हो या फिर कोतवाली थाना। सरकारी स्कूल हो या नगरपरिषद के अधीन निजी बस स्टैण्ड का मामला। सभी जगह सामाजिक एवं निजी संस्थाओं की ओर से प्याऊ लगाई हुई है। वहीं सार्वजनिक स्थानों पर भी सामाजिक संस्थाएं ही आगे आई हैं। नगरपरिषद की ओर से कहीं भी सरकारी स्तर पर प्याऊ नहीं लगवाई गई है।
सरकारी महकमों में आने वाले फरियादियों के लिए प्रशासन के आग्रह पर सामाजिक संस्थाओं ने प्याऊ लगवाई हुई है। इनमें मिनी सचिवालय में मानव सेवा संस्थान, सरकारी चिकित्सालय में श्याम परिवार के सदस्य व पार्षद पदम जोशी तथा राजेन्द्र मोदी, थाना परिसर में अपना घर सेवा समिति, स्कूल परिसर में भारत विकास परिषद, निजी बस स्टैण्ड पर निजी बस ऑपरेटर्स संघ ने प्याऊ लगवाई है।
मिनी सचिवालय में नल कनेक्शन है, लेकिन पाइप लाइन दब रही है, जिसे सही कराना है। अब गर्मी आ गई है। टैंकर से भरवा देंगे। रामकेश मीना, अधिशासी अभियंता, जलदाय विभाग।
इनका कहना है
बृजेन्द्र मीना, उपखण्ड अधिकारी, गंगापुरसिटी।