कलेक्टर संस्कृति जैन ने बताया कि धान उपार्जन की जांच में लापरवाही करने पर बरघाट के कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी प्रतीक तिवारी को कलेक्टर संस्कृति जैन ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। तीन जनवरी को कल्याणपुर उपार्जन केंद्र में बिना टैग लगे धान के बारदानों का परिवहन करने संबंधी शिकायत दूरभाष पर मिलने पर कलेक्टर जैन ने मौके पर जांच व कार्रवाई करने कनिष्ठ खाद्य आपूर्ति अधिकारी प्रतीक तिवारी, नागरिक आपूर्ति निगम जिला प्रबंधक विवेक रंगारी, बरघाट के प्रभारी तहसीलदार डॉ. संजय कुमार बरैया को भेजा था।
केंद्र में खड़े ट्रक में भरे गए धान के बारदानों में बगैर टैग होने के बाद भी कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी ने इस मामले में रोके गए ट्रकों को जब्त ना करते हुए बिना कोई कार्रवाई किए छोड़ दिया था। वहीं कल्याणपुर उपार्जन केंद्र में बड़ी संख्या में बगैर टैग लगे धान के बारदाने मिलने के बाद भी संबंधित उपार्जन एजेंसी मप्र ग्रामीण आजीविका मिशन के महाप्रज्ञा महिला स्व-सहायता समूह धारनाकला के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं की गई। मौके का पंचनामा बनाकर अधिकारी वापस लौट गए थे।
धान उपार्जन के संबंध में शासन के निर्देशों की अनदेखी तथा वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना, लापरवाही व अनुशासनहीनता पाए जाने पर कलेक्टर संस्कृति जैन ने सात जनवरी को जारी आदेश में कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी प्रतीक तिवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर केवलारी एसडीएम कार्यालय अटैच कर दिया है।
प्रभारी तहसीलदार, जिला प्रबंधक को भी दिया नोटिस
इस मामले में नागरिक आपूर्ति निगम जिला प्रबंधक विवेक रंगारी को सिवनी तहसीलदार के माध्यम से कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। नोटिस में कहा गया है कि कलेक्टर ने बैठकों में निर्देश दिए थे। इसके बाद भी विभागीय कार्यो में रूचि नहीं ली जाकर पदीय दायित्वों के निर्वहन में घोर लापरवाही बरती जा रही है। क्यों ना आपके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी। बिना टैग लगे धान से भरे बारदाने ट्रकों में लोड पाए जाने के बाद भी वाहनों को जब्त किए बिना छोड़ देने के संबंध में तीन दिनों में स्पष्टीकरण मांगा गया है। साथ ही जवाब नहीं मिलने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्ताविक करने की चेतावनी दी गई है। इसी तरह का नोटिस बरघाट के प्रभारी तहसीलदार डॉ. संजय कुमार बरैया को जारी कर कलेक्टर ने तीन दिन में स्पष्टीकरण देने को कहा है।
गड़बड़ी का अंदेशा, हो सकती है एफआइआर
शासन के निर्देशों की अनदेखी से धान उपार्जन केंद्र में गड़बड़ी का अंदेशा बढ़ गया है। तीन जनवरी को शिकायत के बाद जांच करने कल्याणपुर उपार्जन केंद्र पहुंचे अधिकारियों के दल को 25 हजार धान के बारदानों में से 10 हजार धान के बारदाने बगैर टैग लगे परिसर में रखे मिले थे। साथ ही बगैर टैग लगे धान बारदानों का बड़ी संख्या में परिवहन ट्रकों से राइस मिल में किया जा रहा था। खास बात यह है कि उपार्जन एजेंसी को टैग लगाने, सिलाई, तुलाई समेत हमाली इत्यादि का भुगतान शासन से किया जाता है। एक स्टेक में रखे धान के बारदानों में मशीन की जगह हाथ से सिलाई पाई गई थी। इस मामले में धान उपार्जन केंद्र के जिम्मेदारों पर एफआइआर दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है। जानकारी के अनुसार धारनाकला का महाप्रज्ञा महिला अजीविका स्व-सहायता समूह कल्याणपुर में धान उपार्जन कर रहा है। समूह की सदस्य रंजीता पति ज्ञानसिंह बोपचे को केंद्र प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है। जनवरी 2024 में वृहताकार सेवा सहकारी समिति ताखलाकला से डेढ़ करोड़ से अधिक मूल्य का उपार्जित धान परिवहन के दौरान गायब हो गया था। धान गायब करने वाले समिति प्रबंधक ने स्वयं की शिकायत अधिकारियों व पुलिस थाना अरी में दर्ज कराई थी। समिति प्रबंधक सहित अन्य लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जांच में बगैर टैग लगे धान के बोरों का परिवहन सहित कई तरह की गड़बड़ी सामने आई थी।