इन टीमों की मदद से किया रेस्क्यू ऑपरेशन
ट्रेन में बम धमाके की जानकारी मिलते ही मौके पर बम निरोधक दस्ता (बीडीएस), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), रेलवे अस्पताल, आरपीएफ, स्थानीय पुलिस, डॉग स्क्वॉयड, जीआरपीएफ, रेलवे के इंजीनियरिंग, मैकनिकल, ऑपरेटिंग, सेफ्टी, सिग्नल और इलेक्ट्रिकल सहित नगरपालिका की फायर बिग्रेड एवं जिला अस्पताल से एम्बुलेंस की टीम संबंधित रेस्क्यू उपकरणों के साथ घटना स्थल पहुंची और बचाव कार्य में जुट गई। एक घंटे के रेस्क्यू में कोच से 13 लोगों को घायल अवस्था में बाहर निकाला गया, जिनमें बच्चे भी शामिल थे, सभी को मेडिकल सहायता दी गई । वहीं एक यात्री की मौत हो चुकी थी।
बचाव कार्य में जिंदा बम नीचे गिर गया
बचाव कार्य में जिंदा बम को कोच से बाहर निकलने में मिसिंग हुई, जिससे जिंदा बम की पोटली रस्से से नीचे गिर गई, जिससे एक्सपर्ट ने एक लोहे के लंबे रॉड की मदद से डिफ्यूज बॉक्स में रखा। इसी प्रकार कटर मशीन में तकनीकी समस्या आने पर दूसरी मशीन का तत्काल उपयोग किया गया।
ये रहे उपस्थित
रेलवे के मॉकड्रिल में बिलासपुर मंडल के एडीआरएम चंद्रभूषण, सीनियर डीएसओ साकेत रंजन, डिप्टी सीएसओ ट्रैफिक, सीनियर डिस्टी लाइन, सीनियर डीएमई, एआरएम शहडोल, पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
रेस्क्यू ऑपरेशन में ये हुए शामिल
रेस्क्यू ऑपरेशन में आरपीएफ- 3 अधिकारी, 10 स्टॉफ, डॉग स्क्वॉयड- 01, एक स्टॉफ, एसआइबी- 1 स्टॉफ, एनडीआरएफ- 32 स्टॉफ, एसडीआरएफ- 10 स्टॉफ, सिविल डिफेंस-12 स्टॉफ, स्थानीय पुलिस- 08 स्टॉफ, बडीएस- 1 डॉग व 7 स्टॉफ, जीआरपीएफ- 5 स्टॉफ, कॉर्मिशियल- 12 स्टॉफ, फायर बिग्रेड- 7 स्टॉफ मौजूद रहा।