इससे पहले भी यही हालात…
इससे पहले 8 फरवरी को दलपतसिंहपुर, 25 एफ गुलाबेवाला व 39 जीजी में हुए कार्यक्रमों में दलपतसिंहपुर को छोड़ कहीं कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। वहीं, एक फरवरी को 53 एफ, दो डब्ल्यू व अरायण में हुए कार्यक्रमों में भी कोई अधिकारी नहीं पहुंचा था। यही नहीं, नगरपालिका प्रशासन की ओर से भी कार्य योजना बनाकर ये कार्यक्रम करवाए जा रहे हैं। हाल ही 11 फरवरी को वाल्मीकि मंदिर में हुए आयोजन में भी ऐसा ही हाल दिखाई दिया। वहां इओ संदीप बिश्नोई के अलावा कोई प्रशासनिक या पुलिस अधिकारी शामिल नहीं हुआ।नशे की चपेट में इलाका लेकिन…
गौरतलब है कि इलाके में नशावृत्ति से जुड़ा धंधा काफी फल-फूल रहा है। बड़ी संख्या में युवा नशे की गिरफ्त में है। आए दिन नशीली गोलियों व चिट्टे सहित अन्य मादक पदार्थों की खेप पकड़ी जा रही है। नशे की चपेट में आए युवाओं की मौत मामले भी सामने आ रहे हैं। ऐसे में अभियान के तहत श्रीकरणपुर व केसरीसिंंहपुर मुख्यालय सहित पंचायत समिति की सभी 35 ग्राम पंचायतों पर स्थित सरकारी स्कूलों में जागरुकता कार्यक्रम तय किए गए। करीब तीन माह से जारी अभियान की शुरूआत में हुए कार्यक्रमों में प्रशासन के साथ पुलिस अधिकारियों ने भी शिरकत की लेकिन अब हालात कुछ और ही हैं।अधिकारियों को और भी काम होते हैं…
ब्लॉक स्तरीय कार्यक्रमों में अधिकारी शामिल होते हैं। ये स्कूलों का कार्यक्रम है। ऐसे में स्कूल के प्रधानाचार्य की जिम्मेदारी तय की हुई है। परीक्षा के मद्देनजर नौ बैग डे के दिन शनिवार को एक साथ तीन स्कूलों में कार्यक्रम कराए जा रहे हैं। अधिकारियों को और भी काम होते हैं। हर प्रोग्राम में शामिल नहीं हो सकते। कार्यक्रम हो, यह सुनिश्चित करने के लिए प्रधानाध्यापक राजकुमार नागपाल को प्रभारी बनाया हुआ है।श्योराम, एसडीएम श्रीकरणपुर।