पुलिस उपअधीक्षक(उत्तर) रूद्रप्रकाश शर्मा ने बताया कि कोतवाली थानाप्रभारी दिनेश चौधरी की टीम ने पुरानी मंडी सरावगी मेंशन स्थित धनलक्ष्मी राजपूती फैशन शोरूम में वारदात अंजाम देने वाले अजमेर छोटी नागफनी गली नम्बर 4 निवासी कन्हैयालाल उर्फ कान्हा(20), सराना टांटोटी निवासी महेन्द्र रेगर(27) व भिनाय बसा का बडला हाल जयपुर फागी निवासी हनुमान रेगर(27) को गिरफ्तार किया।
आरोपियों ने 18 जनवरी रात नवनीत सिंघल के शोरूम के शटर का ताला तोड़कर चोरी की थी। दिसंबर 2024 में चूड़ी बाजार में भी नकबजनी की वारदात अंजाम दे चुका है। आर्थिक तंगी के चलते उन्होंने चोरी की वारदात देने का षड़यंत्र रचा। आरोपी हनुमान पूर्व में भी जेल जा चुका है।
शर्मा ने बताया कि पुलिस टीम ने अभय कमांड सेंटर के फुटेज व साइबर सेल ने तकनीकी विश्लेषण से संदिग्ध हनुमान का 900 किमी पीछा कर उसे फागी से दबोचा। उसने कन्हैयालाल व महेन्द्र के साथ वारदात अंजाम देना कबूला।
चार लाख की नकदी बरामद
सीओ शर्मा ने बताया कि पुलिस टीम ने संभावित ठिकानों पर दबिश देकर कन्हैयालाल व महेन्द्र को डिटेन किया। पुलिस ने हनुमान से डेढ़ लाख, कन्हैयालाल उर्फ कान्हा से 60 हजार व महेन्द्र से एक लाख 97 हजार 500 रुपए बरामद किए। उनसे 4 लाख 7500 रुपए व बाइक बरामद की। गिरफ्तारी में सिपाही राजेन्द्र, गोरधन व कुलदीप सिंह ने विशेष योगदान दिया। मंदिर में चढ़ावा, प्रसादी, पुत्र का मुंडन
सीओ शर्मा ने बताया कि हनुमान ने वारदात से पहले 18 जनवरी को भीलवाड़ा में माताजी मंदिर में मन्नत मांगी थी कि मोटी रकम हाथ लगने पर एक लाख रुपए का चढ़ावा देंगे। मन्नत पूरी होने के 4 दिन बाद ही उसने न केवल एक लाख का चढ़ावा दिया बल्कि 50 हजार रुपए से भंडारा भी किया। उन्होंने गऊशाला में भी दान दिया। महेन्द्र ने बंटवारे की रकम से टांटोटी में बेटे का मुंडन संस्कार पर प्रसादी भी की।