Bahraich News:
बहराइच जिले के हुजूरपुर थाना के गांव बावा के रहने वाले रामसूरत सरोज सिंचाई विभाग में सींचपाल के पद पर तैनात थे। वह वर्ष 2024 में 30 नवंबर को सेवानिवृत हो गए। ग्रेच्युटी एवं पेंशन भुगतान के लिए विभाग में उनकी फाइल काफी समय से लंबित पड़ी है। रामसूरत सरोज का आरोप है कि विभाग में तैनात कनिष्ठ सहायक गणेश शुक्ला उनसे पेंशन और ग्रेच्युटी भुगतान के लिए 27 हजार रुपये की मांग कर रहा था। इसकी लिखित शिकायत उन्होंने देवीपाटन मंडल की एंटी करप्शन टीम से किया।
एंटी करप्शन टीम ने बिछाया जाल
सेवानिवृत सिंचपाल की शिकायत के बाद सक्रिय हुई एंटी करप्शन टीम ने अपना पूरा जाल बिछाया। इसके बाद रिश्वत की धनराशि लेकर रामसूरत को बाबू के पास भेजा। जैसे ही रामसूरत ने बाबू के हाथों में पैसा दिया। पहले से मौजूद एंटी करप्शन टीम ने रंगे के हाथों आरोपी बाबू गणेश शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया। कनिष्ठ सहायक के खिलाफ देहात कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज
एंटी करप्शन टीम के प्रभारी निरीक्षक धनंजय कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी कनिष्ठ सहायक गणेश शुक्ला बहराइच जिले के सोफी पुरवा के रहने वाले हैं। बहराइच जिले के नलकूप खंड के अधिशासी अभियंता कार्यालय में कनिष्ठ सहायक के पद पर तैनात थे। शुक्रवार को अभियंता कार्यालय से उन्हें रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के खिलाफ बहराइच जिले के देहात कोतवाली में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कराया गया है।