शहर समेत जिले में हर घर नल कनेक्शन से पेयजल की परियोजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू कराया जाए। बारां शहर व उपखंड मुख्यालयों की सड़क चौड़ीकरण कर शहरों का सौंदर्यकरण कराया जाए। कृषि आधारित प्रसंस्करण उद्योग लगाकर लोगों को रोजगार की योजनाएं दी जाए।
काम होता तो बदल जाता स्वरूप
हालांकि पिछले बजट में जिले के लिए की गई प्रमुख घोषणाएं अब तक धरातल पर नहीं आई है। पिछले बजट में जिले को विभिन्न सिंचाई परियोजना, सड़क, पुलिया, एनिकट, आरओबी आदि समेत कई तरह की सौगात देते हुए बारां जिले के ढांचागत विकास कार्यों पर डेढ़ हजार करोड़ से अधिक का बजट व्यय करने की घोषणा की गई थी, लेकिन सभी प्रमुख घोषणाएं अब तक गर्भकाल में ही है। जबकि गत वर्ष की घोषणाओं के तहत कार्य होता तो बारां जिले का स्वरूप बदलने की उम्मीद थी। अभी चल रही है टैंडर की प्रक्रिया
राज्य सरकार ने अपने पहले बजट में 1140 करोड़ की लागत से चंबल बेसिन की नदियों से बारां जिले में 14350 हैक्टयर भूमि पर सिंचाई व पेयजल परियोजनाओं का प्रावधान किया गया था। इसके तहत मुंडकिया में अंधेरी नदी पर 830 करोड़ रुपए से सिंचाई परियोजना का निर्माण किया जाना है, लेकिन अब तक इसकी टैंडर प्रक्रिया ही चल रही है।