इस अवसर पर शिक्षक और विद्यार्थी राजस्थान की पारंपरिक पोशाक पहनकर आएंगे। जिसमें शिक्षिका कुर्ता, बंधेज साडी, घाघरा, राजपूती पोशाक व शिक्षक साफा, धोती-कुर्ता, पाजामा, अंगरेखा इत्यादि पहन सकते हैं। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक मनोज कुमार खुराना ने बताया कि इसी उपलक्ष्य में शुक्रवार को राजस्थान के गौरवमयी, महान परंपराओं का समान एवं निर्वहन करने के लिए जिले समस्त राजकीय एवं निजी विद्यालयों के साथ सभी सरकारी कार्योंलय में शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिला कलक्टर कार्यालय परिसर में जिला कलक्टर उत्सव कौशल ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को शपथ दिलवाई। जिसमें कर्मचारियों ने निर्धारित प्रारूप अनुसार राजस्थान की महान परंपराओं का समान एवं निर्वहन करते हुए भागीदार बनने की शपथ ली।