भाव स्थिर होने पर करेंगेे विचार नमकीन व्यापारी गोपाल शर्मा का कहना है कि चना दाल और तेल के दाम जरूर घटे हैं, लेकिन मजदूरी महंगी हो गई है। अभी दाम स्थिर नहीं है। भाव स्थिर होने पर ही नमकीन के भाव घटाने पर विचार किया जा सकता है। इसके अलावा मसालों और लेबर कास्ट तो बढ़ती जा रही है।
नमकीन के भाव कम होने चाहिए दिनेश पटवारी का कहना है कि जिस तरह से कच्चे माल की कीमत में गिरावट आई है उसी प्रकार नमकीन के भाव में भी गिरावट आनी चाहिए।
सोयाबीन से निर्मित नमकीन के भाव भी हो कम पिछले सालों में चना दाल 140 रुपए किलो बिक रही थी तो नमकीन व्यापारियों ने 300 रुपए किए थे। इसके बाद भाव में गिरावट के बाद केवल 20 रुपए कम कर 280 रुपए में नमकीन बेच रहे हैं। किराणा व्यापारियों के अनुसार नमकीन के भाव 260 से 280 रुपए के बीच होना चाहिए। इसी प्रकार सोयाबीन से निर्मित नमकीन के भाव 160 रुपए किलो है। इसमें भी कमी आनी चाहिए।