छतरपुर के गढा गांव के बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri) बहुत कम उम्र में ही देश दुनिया में अपार ख्याति अर्जित कर चुके हैं। उन्हें पर्चीवाले बाबा के रूप में जाना जाता है। दरअसल वे लोगों की समस्याएं, उनसे पूछे बिना ही पर्ची पर लिखकर बता देते हैं। इसे जहां आम लोग चमत्कार बताते हैं वहीं पंडित धीरेंद्र शास्त्री इसे बागेश्वर धाम के बालाजी सरकार हनुमानजी की कृपा बताते हैं।
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किसी से पूछे बिना, उनके मन की बात जानकर पहले से ही पर्चे पर लिख देने से हर कोई हैरान रह जाता है। पंडित धीरेंद्र शास्त्री के इस कौशल को जानकार लोग कर्ण पिशाचिनी विधा का परिणाम बताते हैं। कहा जाता है कि कठिन साधना करने के बाद कर्ण पिशाचिनी विधा सिद्ध हो जाती है और साधक के कानों में सब कुछ कह जाती है। इसी सिद्धि के बल पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री बिना किसी से पूछे, उनके मन की बात पर्ची पर लिख देते हैं। हालांकि कई लोग इसे अंधविश्वास भी बताते हैं।
अब, जब उनकी शादी की बात फिर सुर्खियों में आ गई तब उनके गुरु पंडित गोविंद स्वामी महाराज की भविष्यवाणी को भी लोग याद कर रहे हैं। पंडित गोविंद स्वामी का कहना है कि शादी करने के बाद बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री bageshwar dham pandit dhirendra shastri की शक्तियां कम हो सकती हैं।
यह भी पढ़ें: एमपी में सड़क पर आई कांग्रेस की वर्चस्व की लड़ाई, जीतू पटवारी के खिलाफ मोर्चा खोला पंडित गोविंद स्वामी, प्रख्यात दंडी आश्रम से हैं। वे पंडित धीरेंद्र शास्त्री के मां-पिता के गुरु हैं। स्वयं पंडित शास्त्री भी उन्हें अपना गुरु मानते हैं और उनके पैर धोकर पीते हैं। गुरुदेव पंडित गोविंद स्वामी, पंडित धीरेंद्र शास्त्री की शादी के संबंध में उनके मां पिता को अपनी राय से अवगत करा चुके हैं। उन्होंने पंडित धीरेंद्र शास्त्री की शादी नहीं करने की सलाह दी है। पंडित गोविंद स्वामी का कहना है कि धीरेंद्र शास्त्री की शक्तियां, शादी के बाद कम हो जाएंगी इसलिए उन्हें विवाह नहीं करना चाहिए। मैं चाहता हूं कि उनकी शादी न हो।
गुरुदेव पंडित गोविंद स्वामी महाराज का यह भी कहना है कि वे पंडित धीरेंद्र शास्त्री की मां को बेटे की शादी की मना कर चुके हैं। उनका मानना है कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री को यूं ही सेवा कार्य करते रहना चाहिए।