इनका प्रदर्शन रहा बेहतर
खनन और धातु, फार्मा, बिजली और सार्वजनिक क्षेत्र की तेल मार्केटिंग कंपनियों का प्रदर्शन मार्च तिमाही के दौरान बेहतर रहा। जबकि बीएफएसआइ, वाहन, आइटी और एफएमसीजी क्षेत्र की कंपनियों की आय कम बढ़ी।इन देशों पर ओवरवेट
जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों ने कहा कि 2021 से अब तक इमर्जिंग मार्केट्स ने विकसित देशों की तुलना में 40 प्रतिशत तक कम रिटर्न दिए हैं। अब हालात बदल रहे हैं, इसलिए उसका नजरिया भी बदला है। जेपी मॉर्गन के मुताबिक, वे उन उभरते बाजारों को ज्यादा पसंद कर रहे हैं जहां घरेलू मांग मजबूत है। इनमें भारत, फिलीपींस, ब्राजील, ग्रीस, पोलैंड और यूएई शामिल हैं। हालांकि इनमें भारत सबसे पसंदीदा बाजार है। ब्रोकरेज ने कहा ईम शेयरों की वैल्यूएशन अभी भी काफी आकर्षक है।UPI से पेमेंट करने वाले हो जाएं अलर्ट, बदलने जा रहे ये नियम
भारतीय बाजार में मजबूती
भारत अब जापान को पीछे छोड़ चौथी सबसे बड़ी इकोनॉमी है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने यूरोपीय यूनियन (ईयू) से आयात पर लगाए जाने वाले 50 प्रतिशत टैरिफ को 9 जुलाई तक के लिए टाल दिया है। इससे भारतीय शेयर बाजार के सेंटीमेंट्स पर भी पॉजिटिव असर पड़ा। सेंसेक्स 455 अंक यानी 0.56 प्रतिशत चढ़कर 82,176 पर बंद हुआ। निफ्टी 148 अंक यानी 0.60 प्रतिशत की बढ़त लेकर 25,001 पर बंद हुआ। भारत के साथ अमेरिकी और तमाम यूरोपीय शेयर बाजारों में भी तेजी रही।क्या आप भी भूल गए हैं अपना EPFO पासवर्ड? जानें आसान स्टेप्स से कैसे करें रीसेट
निवेश से पहले वैल्यूशन देखना जरूरी
मार्केट का वैल्यूएशन ऊंचा बना हुआ है, खासकर मिड और स्मॉल कैप के लिए के भाव काफी महंगे हैं। ये अपने लॉन्ग टर्म एवरेज से काफी ऊपर कारोबार कर रहे हैं। लार्ज कैप भी थोड़े प्रीमियम पर हैं पर रिस्क-रिवॉर्ड के नजरिए से बेहतर हैं। अगली कुछ तिमाहियों में कॉरपोरेट इंडिया की आय में और सुधार होगा। ग्रामीण मांग में सुधार के संकेत दिख रहे हैं। वित्त वर्ष 2025-26 में निफ्टी की अर्निंग्स में 11-13 प्रतिशत की बढ़त हो सकती है। निवेश से पहले वैल्यूशन देखना जरूरी है।—नीलेश शाह, एमडी, कोटक एएमसी