दो साल देश-दुनिया की तरह प्रदेश में भी कोरोना की दहशत पसरी। इससे अर्थव्यवस्था और आम जिंदगी तहस-नहस सी हो गई थी। एमपी के छिंदवाड़ा में
बर्ड फ्लू डरा रहा है। अमूमन मुर्गियों में पाई जानेवाली ये बीमारी अब बिल्लियों के लिए भी जानलेवा बन गई है, जिसने पशुपालन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की नींदें ही उड़ा दी हैं।
छिंदवाड़ा में बिल्लियों में H5N1 वायरस पसर रहा है। संक्रमण के कारण 18 बिल्लियों की मौत हो चुकी है। ये सभी पालतू बिल्लियां थीं जिनकी मौत से उनके मालिक भी डरे हुए हैं। स्वास्थ्य और पशुपालन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि जिले में बर्ड फ्लू (H5N1) से बिल्लियों की इतनी मौतों का मामला पहली बार सामने आया है। यह भी कहा जा रहा है कि जिले में ही नहीं बल्कि प्रदेश और देश में भी बिल्लियों में बर्ड फ्लू के इतने केस पहली बार सामने आए हैं।
बिल्लियों की मौत के बाद प्रशासन सतर्क हुआ। आननफानन में वायरस की जांच के लिए सैंपल पुणे भेजे गए। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरलॉजी की जांच में दो बिल्लियों में बर्ड फ्लू की तस्दीक भी हो चुकी है। बता दें कि जिले में मुर्गियों में बर्ड फ्लू फैलने के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर है। अभी तक 650 से ज्यादा मुर्गियों को दफनाया जा चुका है। मटन मार्केट और मोहखेड़ के प्रभावित इलाके में एक किमी का क्षेत्र कंटेन्मेंट जोन घोषित किया जा चुका है।