इंग्लैंड ने दिन की शुरुआत तीन विकेट के नुकसान पर 77 रन से की थी। जल्द ही उसे जो रूट और कप्तान बेन स्टोक्स के रूप में दो बड़े झटके लगे। दोनों विकेट सिराज ने लिए। 84 पर पांच विकेट गंवाने के बाद इंग्लैंड के लिए आगे की राह मुश्किल लग रही थी। लेकिन यहीं से ब्रूक और स्मिथ ने मोर्चा संभाला और टीम को मैच में वापस लेकर आए। दोनों बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाया है। तेजी से रन बनाने के साथ ही वे विकेट भी बचाए हुए हैं। सुबह खेल की शुरुआत में भारतीय गेंदबाज काफी प्रभावी लगे थे। लेकिन, ब्रूक और स्मिथ ने उनकी धार कुंद कर दी है। सिराज, आकाश दीप, कृष्णा और जडेजा जैसे गेंदबाज उन पर किसी भी तरह का प्रभाव डालने में सफल साबित नहीं रहे हैं।
नितीश कुमार रेड्डी का कम इस्तेमाल शुभमन गिल की कप्तानी पर सवाल खड़े कर रहा है। उन्हें ऑलराउंडर के रूप में शार्दुल ठाकुर को टीम से बाहर कर मौका दिया गया है। बल्लेबाजी में वह फ्लॉप रहे थे। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शुभमन गिल के 269 रन की मदद से पहली पारी में 587 रन बनाए थे।
टीम इंडिया ने की फिर वही गलती
छठे विकेट के लिए दोनों बल्लेबाजों 250 से अधिक रन जोड़ चुके हैं। हालांकि ये दोनों बल्लेबाज पवेलियन लौट गए होते लेकिन ऋषभ पंत और शुभमन गिल ने आसान कैच छोड़े और दोनों को जीवनदान दिए। पहले मैच में भी टीम इंडिया की हार की वजह फील्डिंग रही थी। उस मैच में भारतीय खिलाड़ियों ने 7 से 8 आसान कैच छोड़े थे। इस मैच में भी कहानी बदली नहीं है।