उन्होंने आगे कहा कि अगर मेरी याददाश्त सही है तो एक नए गेंदबाज के रूप में उनके पास टेस्ट मैच की पहली गेंद पर दो बार विकेट लेने का अनूठा रिकॉर्ड है। उन्हें टिप और रन पसंद थे और जब मैं अपने डेब्यू टेस्ट मैच में ऑर्डर में ऊपर आया, तो इस रणनीति के परिणामस्वरूप कुछ ओवरथ्रो हुए जिससे दबाव काफी कम हो गया। वह एक सज्जन व्यक्ति थे, जिनका व्यवहार बेदाग था और जो प्रोफेसरों की तरह बात करते थे। उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना।
हैदराबाद के इस क्रिकेटर की फील्डिंग शानदार थी और विकेटों के बीच भी उनकी दौड़ बहुत अच्छी थी।उन्होंने भारत के लिए 29 टेस्ट मैच खेले हैं और 47 विकेट चटकाए। आबिद अली ने दिसंबर 1967 में एडिलेड में भारत के लिए पदार्पण किया, जहां उन्होंने अपनी मध्यम गति की गेंदबाजी से पहली पारी में 55 रन देकर 6 विकेट चटकाए थे, जो उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। उसी दौरे पर, उन्होंने सिडनी में 78 और 81 रन की पारी खेली थी। टेस्ट क्रिकेट में उनका करियर 1974 तक चला। उन्होंने 47 विकेट और 1018 रन अपने नाम किए।
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर ने भारत के लिए सिर्फ पांच वनडे मैच खेले,जिनमें से से तीन मैच पहले पुरुष वनडे विश्व कप में खेले। अपने आखिरी 50 ओवर के मैच में उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 98 गेंदों में 70 रन बनाए। उनके प्रथम श्रेणी क्रिकेट की बात करें तो उन्होंने 212 मैचों में कुल 397 विकेट लिए और 8732 रन बनाए, जिसमें उनका करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 173 रहा था।