वहीं गुजरात जायंट्स का लीग अभियान मिला-जुला रहा, लेकिन लगातार तीन जीत के साथ वापसी करते हुए आठ अंकों के साथ प्लेऑफ में जगह पक्की की। मुंबई ने पूरे सत्र में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और पांच जीत और तीन हार के साथ अपने अभियान को संतुलित किया। शुरुआती चरणों में उनके मजबूत प्रदर्शन ने शीर्ष-दो में जगह बनाई जिससे उन्हें प्लेऑफ में सीधे प्रवेश मिला।
गुजरात की ओर से कप्तान एश्ले गार्डनर ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उन्होंने आठ पारियों में 163 के स्ट्राइक रेट से 235 रन बनाए हैं। बेथ मूनी ने 128 के स्ट्राइक रेट से 230 रन बनाकर क्रीज पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। हरलीन देओल ने 124 के स्ट्राइक रेट से 224 रन बनाकर महत्वपूर्ण योगदान दिया है। काश्वी गौतम ने 6.29 की इकॉनमी से 10 विकेट लेकर गेंदबाजी में अपना दबदबा बनाये रखा है। तनुजा कंवर और डिएंड्रा डॉटिन ने मिलकर 17 विकेट लिए हैं, जिससे गुजरात के गेंदबाजी आक्रमण में धार का काम किया।
नेट सायवर-ब्रंट मुंबई की ओर से सबसे बेहतरीन बल्लेबाज रही हैं, उन्होंने आठ पारियों में 151.82 के शानदार स्ट्राइक रेट से 416 रन बनाए हैं। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने आठ मैचों में 128 की स्ट्राइक रेट से 200 रन बनाकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हेली मैथ्यूज ने 119.47 की स्ट्राइक रेट से 227 रन और 7.96 की इकॉनमी से 14 विकेट लेकर ऑलराउंडर की भूमिका पूरी तरह से निभाई है। अमेलिया केर मुंबई की प्रमुख स्पिनर रही हैं, जिन्होंने 8.03 की इकॉनमी से 14 विकेट लिए हैं। ब्रंट ने भी गेंद से योगदान दिया है, उन्होंने 8.27 की इकॉनमी से आठ विकेट हासिल किए हैं।
अगर ब्रेबोर्न स्टेडियम के पिच की बात की जाये तो यह बल्लेबाजी के अनुकूल मानी जाती है। इसको देखते हुए यह माना जा रहा है कि यहां बड़ा स्कोर बन सकता है। इसकी पिच 15 ओवर के बाद हालांकि धीमी पड़ जाती है। दूसरी पारी में ओस महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। मैच में स्पिनर अच्छी भूमिका निभा सकते हैं, पिच उनके के लिए मददगार साबित हो सकती है।