Fake doctor Ankem John: मध्यप्रदेश के दमोह में 7 लोगों की मौत के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए गुरूवार को प्रशासन ने मिशन अस्पताल की कैथ लैब को सील कर दिया। कैथ लैब में ही फर्जी डॉक्टर ऐनकेम जॉन उर्फ नरेन्द्र यादव ने मरीजों के प्रोसीजर किए थे और इसके बाद 7 लोगों की मौत हो गई थी। चार डॉक्टरों की टीम के साथ नायब तहसीलदार ने जांच के बाद कैथ लैब को सील किया है। बता दें कि 7 लोगों की मौत के मामले में फर्जी डॉक्टर ऐनकेम जॉन को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था जो 5 दिन की पुलिस रिमांड पर है और उससे पूछताछ की जा रही है।
सीएमएचओ के निर्देश के बाद गुरूवार शाम करीब 4 बजे चार डॉक्टरों की टीम नायब तहसीलदार के साथ मिशन अस्पताल में जांच के लिए पहुंची थी। पहले ही ये बात पता चल चुकी थी कि लैब स्टेट काउंसिल में बिना पंजीयन के फर्जी डॉक्टर ऐनकेम जॉन कैथलैब में मरीजों का प्रोसीजर करता था। लैब का रजिस्ट्रेशन जबलपुर के डीएम कार्डियक के नाम पर है जो मौके पर नहीं मिले। इसी लैब में उन सात लोगों का भी प्रोसीजर फर्जी डॉक्टर ने किया था। जांच के दौरान ये भी पता चला है डायलिसिस यूनिट बंद है और उसका रजिस्ट्रेशन भी नहीं है।
जिस वक्त लैब को सील किया जा रहा था तब मिशन अस्पताल की संचालक पुष्पा खरे ने कहा कि लैब में करोड़ों रूपये की 8 मशीनें हैं जो टेंपरेचर मेंटेन न होने पर खराब हो जाएंगी लेकिन डॉक्टरों की टीम और नायब तहसीलदार ने उनकी बात नहीं सुनी और लैब को सील कर दिया। वहीं डॉ. विक्रांत चौहान, नोडल, क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट ने बताया कि नियमानुसार ही कैथलैब को सील किया गया है।