शिक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी
शिक्षा मंत्रालय ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। कहा, “फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) पुणे, और सत्यजीत रे फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एसआरएफटीआई), कोलकाता को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा विशिष्ट श्रेणी के अंतर्गत मानद विश्वविद्यालय के रूप में अधिसूचित किया गया है।” NIRF Ranking का हिस्सा बनेंगे दोनों ही इंस्टीट्यूट
अब ये दोनों ही विश्वविद्यालय बैचलर, मास्टर डिग्री और डॉक्टरेट (PhD) प्रोग्राम भी पेश कर सकेंगे। इसके साथ ही संस्थान शोध कार्यों में भी भाग ले सकेंगे। वहीं NIRF Ranking और एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स (ABC) प्रणाली का हिस्सा भी बनेंगे। NEP 2020 के तहत ये निर्णय फिल्म और मीडिया की शिक्षा में ऐतिहासिक साबित होगा। इससे फिल्म जगत में इनोवेशन, अधिक स्वायत्तता और अकादमिक उत्कृष्टता का मार्ग प्रशस्त होगा।
FTII का नाम पहले भारतीय फिल्म संस्थान था
यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि FTII पुणे की स्थापना भारत सरकार द्वारा 1960 में पुणे के तत्कालीन प्रभात स्टूडियो के परिसर में की गई थी। यह सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का एक विभाग था और इसे ‘भारतीय फिल्म संस्थान’ के नाम से जाना जाता था। 1971 में इसका नाम बदलकर ‘फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ कर दिया गया। 1971 के बाद ही यहां दूरदर्शन कर्मियों के लिए प्रशिक्षण शुरू किया गया। नई दिल्ली स्थित टेलीविजन प्रशिक्षण विंग को पुणे में 1974 में स्थानांतरित कर दिया गया। इसके बाद संस्थान को सूचना और प्रसारण मंत्रालय से पूरी सहायता मिलने लगी।
1955 में हुई थी SRFTI की स्थापना
वहीं बात करें कोलकाता में स्थित सत्यजीत रे फिल्म और टेलीविजन संस्थान (SRFTI) कि तो ये सिनेमा में डिप्लोमा और शिक्षा हासिल करने का दूसरा केंद्र है। इसकी स्थापना 1955 में भारत सरकार द्वारा सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त शैक्षणिक संस्थान के रूप में स्थापित किया गया था। वर्तमान में इस संस्थान में फिल्म निर्माण के तीन कोर्सेज चलाए जाते हैं। इनमें तीन वर्षीय स्नातकोत्तर कार्यक्रम और छह विशेषज्ञताओं में इलेक्ट्रॉनिक्स और डिजिटल मीडिया में दो वर्षीय स्नातकोत्तर कार्यक्रम शामिल हैं।