Diabetes Drug Cure Cancer : एक ही जैविक रास्ता – दो बीमारियां
वैज्ञानिकों ने पाया कि डायबिटीज़ और कैंसर दोनों कुछ हद तक एक जैसे जैविक रास्तों (बायोलॉजिकल मेकैनिज्म) से जुड़ी बीमारियां हैं। इसमें एक खास प्रोटीन PPARγ (Peroxisome Proliferator-Activated Receptor Gamma) अहम भूमिका निभाता है, जो शरीर में मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करता है।डायबिटीज़ की दवा, कैंसर की ढाल (Diabetes Drug Cure Cancer)
PPARγ को पहले से ही डायबिटीज़ की दवाओं, खासकर थायाजोलिडिनडायोन्स (Thiazolidinediones) जैसे कि पायोग्लिटाज़ोन के ज़रिए निशाना बनाया जाता है। रिसर्च में यह साफ़ हुआ कि यह दवा PPARγ की गतिविधि को प्रभावित करती है और कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि और चयापचय को धीमा कर देती है।मरीजों में दिखा सकारात्मक असर
शोधकर्ताओं ने प्रोस्टेट कैंसर के मरीजों की कोशिकाओं और टिशू सैंपल्स पर यह अध्ययन किया। खास बात यह रही कि डायबिटीज़ के ऐसे मरीज जिन्हें PPARγ पर काम करने वाली दवाएं दी गईं, उनमें प्रोस्टेट कैंसर दोबारा लौटने के कोई लक्षण नहीं मिले।प्रोस्टेट कैंसर के बढ़ते मामले
दुनियाभर में प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में सबसे आम कैंसर बन चुका है। वर्ष 2020 में ही इसके करीब 1.4 मिलियन नए मामले और 3.75 लाख मौतें दर्ज की गईं।नई दिशा की ओर कदम
इस खोज से यह संकेत मिलता है कि यदि आगे और अध्ययन सफल होते हैं, तो डायबिटीज़ की कुछ पुरानी दवाएं प्रोस्टेट कैंसर के खिलाफ एक नया और सुरक्षित इलाज बन सकती हैं।अब आगे क्या?
शोधकर्ता अब PPARγ की भूमिका को और गहराई से समझने के लिए आगे के अध्ययन की योजना बना रहे हैं। इसका मकसद है प्रोस्टेट कैंसर के लिए टारगेटेड थैरेपी विकसित करना, जिससे सर्जरी और रेडियोथेरेपी जैसी जटिल प्रक्रियाओं की ज़रूरत कम हो सके।भारत में पायोग्लिटाज़ोन के ब्रांड नाम
भारत में पायोग्लिटाज़ोन (Pioglitazone) कई कंपनियों द्वारा विभिन्न ब्रांड नामों से बेची जाती है। कुछ प्रमुख नाम हैं: Pioz (उत्पादक: USV Ltd.) Glizone (Alembic) Pioglit (Sun Pharma)संभावित साइड इफेक्ट्स
हालांकि पायोग्लिटाज़ोन एक प्रभावशाली दवा है, लेकिन इसके कुछ दुष्प्रभाव (side effects) भी हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:वजन बढ़ना (Weight gain) सूजन (Fluid retention, खासकर टखनों में) सिरदर्द या थकान हल्की हाइपोग्लाइसीमिया (खासकर जब अन्य दवाओं के साथ ली जाए)