यह काम ज्यादा मात्रा में खून के सही सर्कुलेशन से पूरा होता है और इसमें कोई गड़बड़ी होती है जैसे खून गाढ़ा हो जाए या दिल की धमनियां और दीवारें संकीर्ण हो जाएं तो दिल पर अधिक दबाव पड़ने लगता है। इससे दिल बीमार होने लगता है और कुछ सिग्नल देता है। आइये जानते हैं बीमार दिल क्या सिग्नल देता है और कैसे इसे सेहतमंद रखें ..
बीमार दिल देता है ये संकेत (Dil Ki Bimari Ke Lakshan)
1.40 से 45 की उम्र के बाद यदि हार्टबीट अनियमित हो रही है तो यह दिल से संबंधित बीमारी का संकेत हो सकता है। हालांकि ऐसी स्थिति में भी घबराने की जगह किसी चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।इन बातों से दूर रहकर दिल को रख सकते हैं सेहतमंद
डॉ. राकेश अग्रवाल के अनुसार आलस्यपूर्ण जीवनशैली से तौबाकर काफी हद तक दिल को सेहतमंद रखा जा सकता है। इसके लिए मोटापा, तनाव, बढ़ते ब्लडप्रेशर, हाईकोलेस्ट्रॉल, वसायुक्त भोजन, रिफाइंड तेल के भोजन में प्रयोस से दूर होना होगा। इसके अलावा चीज, बटर, मेयोनीज, फास्टफूड, जंकफूड, चाट पकौड़े का अधिक सेवन, वसायुक्त भोजन, अधिक चीनी, मावा, मैदा वाला भोजन, वनस्पति घी आदि से भी दूरी बनानी होगी।
इसके अलावा शराब, नशा, धूम्रपान से दूर रहकर आप दिल को सेहतमंद रख सकते हैं। इसके अलावा ज्यादा ठंडा या ज्यादा गर्म वातावरण , ऐसा कोई काम न करें जिससे दुख, भय हो या पछताना पड़े आदि से भी दूर रहकर आप दिल को सेहतमंद रख सकते हैं। इसके अलाव छींक, ऊंघाई, आंसू, मलमूत्र आदि को न रोकें।
हार्ट अटैक का लक्षण क्या होता है (Heart Attack Symptoms)
डॉक्टर अग्रवाल के अनुसार सीने का हर दर्द हार्ट अटैक का लक्षण नहीं होता है। यदि आपकी छाती के बीच में या आपकी बाहों, कमर के ऊपरी हिस्से में, जबड़े, गरदन या पेट के ऊपरी हिस्से में 5 मिनट से ज्यादा नए तरह का दर्द हो , साथ ही जी घबड़ाए, थकान या चक्कर आने जैसे लक्षण हों तो यह हार्ट अटैक का संकेत होता है।
नोटः सीने में क्षणिक दर्द या सूई की चुभन जैसा दर्द गैस या भारी भोजन से भी हो सकता है, लेकिन सीने में दर्द होने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
दिल को मजबूत करने के लिए क्या करें
डॉ. अग्रवाल के अनुसार ताड़ासन, पद्मासन, वज्रासन, शलबासन, मेरूदंडासन, नाड़ीशोधन, अनुलोम विलोम, भ्रामरी, शिथिलासन, योगमुद्रासन, मकरासन, उष्ट्रासन आदि आपके दिल को स्वस्थ रख सकते हैं।