प्रतिभागियों ने कहा कि कर्नाटक की सीमाएं उत्तर में महाराष्ट्र और गोवा, पूर्व में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना, दक्षिण में केरल और तमिलनाडु तथा पश्चिम में अरब सागर से मिलती हैं। यह राज्य अपनी पहाडिय़ों, समुद्र तटों और हरित वनों के लिए प्रसिद्ध है। कर्नाटक का इतिहास अत्यंत प्राचीन और गौरवशाली रहा है। यह राज्य मौर्य, चालुक्य, होयसल और विजयनगर साम्राज्य जैसे प्रमुख राजवंशों का केंद्र रहा है। विजयनगर साम्राज्य के दौर में कर्नाटक कला, वास्तुकला और संस्कृति का प्रमुख केंद्र बना। कर्नाटक की संस्कृति विविधताओं से भरी हुई है। यह राज्य अपने शास्त्रीय संगीत, भरतनाट्यम और यक्षगान जैसे पारंपरिक नृत्य रूपों के लिए प्रसिद्ध है।
कर्नाटक की राजधानी बेंगलूरु भारत की सिलिकॉन वैली के नाम से जानी जाती है। यह शहर आईटी उद्योग का एक प्रमुख केंद्र है। इसके अलावा, मैसूरु, हुब्बल्ली-धारवाड़, मेंगलूरु, बेलगावी, कलबुर्गी प्रदेश के अन्य प्रमुख शहर है। कर्नाटक की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्रों पर आधारित है। यहां धान, गन्ना, दालें और मसाले जैसी फसलों की खेती की जाती है। इसके अलावा कर्नाटक आईटी, एयरोस्पेस, ऑटोमोबाइल और बायोटेक्नोलॉजी उद्योगों के लिए भी प्रसिद्ध है।
प्रतियोगिता में सिवाना की बहू-बेटियों का विशेष सहयोग रहा। समारोह में सिवाना की बहू-बेटियों ने राजस्थान पत्रिका हुब्बल्ली संस्करण के बीसवें स्थापना दिवस पर केक काटकर स्थापना दिवस की शुभकामनाएं एवं बधाई प्रेषित की। इस अवसर पर छोटे बच्चों ने कविताओं की बेहतरीन प्रस्तुति दी। मिवान छाजेड़, तियारा जैन, इक्षा जैन एवं हियांश जैन ने सुन्दर कविताओं की प्रस्तुति से सबका दिल जीत लिया।