इसी दौरान पीछे से आए बाइक सवार लुटेरों ने डंडों से हमला कर दिया। नौकरों से मारपीट के बाद लुटेरे बैग छीनकर फरार हो गए। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शहरभर में नाकाबंदी करवाई, लेकिन रात तक लुटेरों का कोई सुराग नहीं मिला।
नौकरों से पूछताछ जारी
पुलिस के अनुसार, पीड़ित दयाल रैगर (निवासी रामसर, अजमेर) और सीताराम जाट (निवासी मानसर, शिवदासपुरा) पर हमला किया गया था। हमलावरों ने इतनी तेजी से वारदात को अंजाम दिया कि वे उनका हुलिया तक नहीं देख सके। लुटेरों ने अपने वाहन पर नंबर प्लेट भी नहीं लगा रखी थी। पुलिस ने दोनों के मोबाइल जब्त कर कॉल डिटेल खंगालना शुरू कर दिया है। वहीं, दोनों से पूछताछ भी की जा रही है।
डॉक्टर के घर से पहले चोरी हुई थी चांदी की 18 सिल्ली
गौरतलब है कि, डॉ. सुनीत सोनी इससे पहले भी चर्चा में रहे थे, जब वैशाली नगर स्थित उनके घर में बदमाशों ने सुरंग बनाकर बेसमेंट के फर्श में दबाकर रखी चांदी की 18 सिल्लियां चुरा ली थीं। पुलिस ने मामले का खुलासा कर 14 सिल्लियां बरामद की थीं। सीसीटीवी की फुटेज खंगाल रही पुलिस
थानाधिकारी लखन खटाना ने बताया कि वारदात स्थल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, ताकि लुटेरों की पहचान हो सके। पुलिस को संदेह है कि, लुटेरे पीड़ितों के रोजमर्रा के रूट से परिचित थे और पहले से मौके पर घात लगाए बैठे थे।
नौकर विश्वासपात्र, रैकी की आशंका
डॉ. सुनीत सोनी ने बताया कि दोनों नौकर करीब चार-पांच साल से उनके पास काम कर रहे हैं और पहले भी कई बार बड़ी रकम लाते-ले जाते रहे हैं। दोनों की विश्वासपात्र हैं। डॉ. सोनी ने संदेह जताया कि, किसी ने रैकी कर वारदात को अंजाम दिया है। डॉ. सोनी का निवाई में एक फार्म हाउस है, जहां खीरे की खेती होती है। उन्होंने बताया कि मुहाना मंडी से व्यापार के सिलसिले में अक्सर नगद लेन-देन होता है। पुलिस इस कड़ी को जोडकऱ भी जांच कर रही है।