कर्ज का बोझ
मार्च के अंत तक कर्ज और देनदारी लगभग 6,40,687 करोड़ रुपए तक पहुंचने का अनुमान, जबकि पिछले वर्ष मार्च तक इसका भार अनुमानित 5,79,781 करोड़ रुपए थी।अपनी धरती मालामाल…
* सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 17,81,078 करोड़ रुपए अनुमानित, जो 2023-24 की तुलना में 17% ज्यादा।* वर्ष 2024-25 में कुल अनुमानित व्यय 3,34,796 करोड़ रुपए, जो वर्ष 2023-24 से दस प्रतिशत अधिक है।
* मौजूदा वर्ष में 1,60,671 करोड़ रुपए कर्ज चुकाने पर खर्च होंगे, जिससे विकास कार्यों के लिए सीमित संसाधन।
* उधारी छोड़कर कर सहित सभी संसाधनों से इस वर्ष अनुमानित आय 2,64,787 करोड़ रुपए, जो पिछले वर्ष से 11 प्रतिशत अधिक।
* राजस्व घाटा मौजूदा वित्तीय वर्ष में करीब 25,758 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है, जो सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 1.4% है।
* राजकोषीय घाटा 70,009 करोड़ रुपए होने का अनुमान है, जो सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 3.9% है।
* 2024-25 में वेतन, पेंशन, और ब्याज भुगतान जैसे प्रतिबद्ध व्यय पर 1,44,895 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान, जो राजस्व प्राप्तियों का 55% है।
‘गीन’: जीआरईईएन
‘जी’: गति। पानी, बिजली, सड़क-परिवहन सहित आधारभूत इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूती। ‘आर’ : रूरल डेवेलपमेन्ट। ग्रामीण विकास, कृषि, पशुपालन, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र से संबंधित घोषणाएं। ‘ई’: एन्टरप्रेन्योरशिप। राइजिंग राजस्थान के अंतर्गत एमएसएमई और युवा रोजगार के लिए स्टार्ट-अप के लिए रियायतें और औद्योगिक क्षेत्र।सेक्टरवाइज व्यय
19.5% शिक्षा, खेल, कला, संस्कृति9.2% ऊर्जा
8.3% स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण
7.2% समाज कल्याण एवं पोषण
6.1% ग्रामीण विकास
5.1% शहरी विकास
4.3% कृषि एवं संबद्ध गतिविधियां