ACB News: प्राइवेट स्कूल संचालकों से हर काम के लिए पैसे वसूले जाते थे। 8वीं तक स्कूल की मान्यता के लिए भी उनसे रिश्वत मांगी गई थी। जब उन्होंने पैसे देने से इनकार किया, तो उनकी फाइल अटक गई। इतना ही नहीं, छात्रवृत्ति फॉर्म भरने के नाम पर भी पैसे की मांग की गई थी। 250 विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप सिर्फ इसलिए रुक गई, क्योंकि पैसे नहीं दिए गए थे।
जयपुर•Feb 16, 2025 / 12:33 pm•
JAYANT SHARMA
Hindi News / Jaipur / Retirement पर मिलते लाखों, लेकिन चार महीने पहले सिर्फ इतने से रुपए के लिए बेच दिया इमान… फंस गया अधिकारी
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