यहां आए दिन हो रहे हादसे
- क्षेत्र के लवां गांव से पोकरण की तरफ तालाब के पास खतरनाक मोड़।
- पोकरण-जोधपुर मार्ग पर डेडिया गांव के पास।
- जोधपुर-जैसलमेर जिला सीमा बोर्ड के पास।
- जोधपुर रोड पर बाइपास फांटे के पास। यहां खतरनाक एस आकार का मोड़ है।
- जैसलमेर रोड पर मिड-वे तिराहे पर।
- जैसलमेर रोड पर आशापुरा मंदिर फांटा जाने वाले मार्ग पर।
- क्षेत्र के चाचा गांव के पास।
- धोलिया, गंगाराम की ढाणी व लाठी गांवों के पास कई ब्लैक स्पॉट है।
गति पर नहीं लग रही लगाम
पुलिस की ओर से जैसलमेर-पोकरण रोड पर एक इंटरसैप्टर लगाई गई है, जो अधिकतर समय लाठी थानाक्षेत्र में मुख्य सडक़ पर वाहनों की जांच करती है। इसके अलावा जोधपुर रोड पर कहीं पर इंटरसैप्टर वाहन नहीं है। राष्ट्रीय राजमार्ग सडक़ की चौड़ाई बढऩे के साथ सुदृढ़ीकरण होने से वाहन चालक तेज गति से गाड़ी भगाते है। अनजान वाहन चालकों को खतरनाक मोड़ की जानकारी नहीं हो पाती है। जिससे कई बार सामने से आने वाले वाहन तो कभी सडक़ पार कर रहे पशुओं से भिड़ंत हो जाती है।
एक्सपर्ट व्यू – लगे संकेतक बोर्ड, गति पर लगाम
समाजसेवी महिपालसिंह चंपावत का कहना है कि जैसलमेर-जोधपुर व जैसलमेर-बीकानेर वाया पोकरण स्थित दोनों राष्ट्रीय राजमार्गों पर खतरनाक मोड़ों पर संकेतक बोर्ड लगाने की जरुरत है, ताकि वाहन चालकों को मोड़ की जानकारी हो सके। इसके साथ इंटरसैप्टर की संख्या बढ़ाकर वाहनों की गति की जांच होनी चाहिए, ताकि नियंत्रित गति में वाहन चलने से हादसों से बचा जा सके।