महिला मित्र से मिले सुराग के आधार पर कर्नाटक के हुबली में एसयूवी नंबर से पीछा करने पर उसे सिरसी में प्लाईवुड की दुकान से दबोचा गया। साइक्लोनर टीम की यह 75वीं कार्रवाई है। आइजी (रेंज) जोधपुर विकास कुमार ने बताया कि 8 अगस्त 2023 को सांचौर शहर में एसयूवी रोककर तीन शूटरों ने शराब व्यवसायी लक्ष्मण देवासी की गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। बाड़मेर निवासी प्रकाश शेखाणी भी वारदात में शामिल था, लेकिन वह फरार हो गया था। उस पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था।
वह एसयूवी का काफी शौकीन है। उसकी एक महिला मित्र से साइक्लोनर टीम को एक मोबाइल नंबर मिला। जो कर्नाटक के हुबली का था। पुलिस हुबली पहुंची, लेकिन प्रकाश नहीं मिला। वहां के एक व्यक्ति ने नारायण नामक व्यक्ति के मोबाइल लेकर बात करने की जानकारी दी। जिसके पास एसयूवी थी।
सीसीटीवी फुटेज देखे तो एसयूवी के नंबर मिल गए। उसका पीछा करते हुए पुलिस कर्नाटक के दावणगेरे, बेंगलूरु और सिरसी पहुंची। हुबली में प्लाईवुड की दुकान पर एसयूवी खड़ी दिखाई दी। एसआइ नेमाराम व देवाराम ने तकनीकी विशेषज्ञ अशोक परिहार की मदद से नजर रखी और पुता होने पर दुकान में दबिश देकर बाड़मेर जिले में गुड़ामालानी थानान्तर्गत शिवमंदिर निवासी प्रकाश शेखाणी को पकड़ लिया। जोधपुर लाकर पूछताछ के बाद उसे सांचौर थाना पुलिस को सौंपा गया। कार्रवाई में एसआइ कन्हैयालाल, प्रमित चौहान का भी सहयोग रहा।
पसंदीदा एसयूवी में भारत के तीर्थ-मंदिर घूमा
आरोपी प्रकाश को एसयूवी रखने का बहुत शौक है। हत्या के बाद वह एसयूवी से फरार हो गया था। वह हिमाचल में शक्तिपीठ, कश्मीर में रघुनाथ मंदिर, अमृतसर के स्वर्ण मंदिर, उज्जैन के महाकाल मंदिर, हरियाणा, झारखण्ड, बेंगलूरु, रामेश्वर व कामया मंदिर व मणिपुर के शक्ति पीठ तक घूमा। इस दौरान उसने भगवान के नाम पर नारायण, रामाकिशन, विष्णु व हरि नाम रखे। वह 7 से 10 तारीख तक ही एक जगह ठहरता था। पकड़े जाने पर भी उसने अपनी पसंदीदा एसयूवी में ले जाने का आग्रह किया था। हरियाणा-यूपी के शूटर्स लाया, वापस भी छोड़ा था
पुलिस का कहना है कि सांचौर निवासी लक्ष्मण देवासी शराब व्यवसायी था। शराब तस्करी में वर्चस्व व टोल नाके को लेकर रंजिश को लेकर आरोपियों ने सुपारी देकर लक्ष्मण की हत्या कराई थी। उत्तर प्रदेश व हरियाणा के शूटर्स को रुपए दिए गए थे। प्रकाश शेखाणी अपनी एसयूवी में तीन शूटर्स लेकर सांचौर आया था और हत्या के बाद उन्हें वापस भी छोड़ा था।
ऐसे मिले सुराग…
अवैध शराब के धंधे में शेखाणी किसी से रुपए मांगता था। फरारी के दौरान ऐसे लोगों को फोन किए और रुपए मांगे। पूर्व साझेदार से भी उसने दो बार कॉल कर रुपए की बात की थी, जो उसे नागवार लगी और उसने साइक्लोनर टीम को सूचित किया। महिला मित्र से भी उसके बारे में सुराग मिल गए थे।