दरअसल दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के बारे में तो सभी ने पढ़ा है। यह कई राज्यों से होकर गुजर रहा है। इसमें राजस्थान के भी कई शहर शामिल है। इन्हीं एक शहरों में कोटा है। कोटा में संरक्षित टाइगर रिजर्व है, यानी बाघों और अन्य जंगली जानवरों के लिए खुद का घर। संरक्षित इसलिए है क्योंकि सरकार इसका पूरा ध्यान रखती है और किसी भी तरह की अवैध गतिविधि नहीं होने देती। जब एक्सप्रेसवे को कोटा से निकाले जाने की बात हुई तो पता चला कि मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व बीच में आ रहा है। ऐसे में एक्सप्रेसवे बनाने वाली टीम चिंचित हुई। मामला सरकार तक पहुंचा तो निर्णय हुआ कि जंगल के नीचे से एक टनल बनाई जाए। टनल का काम अब लगभग पूरा होने को है। कल टनल का काम करने वाले अफसरों और कार्मिकों ने खुशी जताई कि यह टनल अब दोनों ओर खुल गई है। यानी अब दोनों ओर रास्ता खुल गया है। फिलहाल यह नौ मीटर का है। इसे 19 मीटर किया जाना है। यहां आठ लेन रोड बनेगी जिससे हवा की रफ्तार से वाहन गुजर सकेंगे। उपर जंगली जानवर और उनका आशियाना बचा रहेगा। इसकी लंबाई करीब पांच किलोमीटर है। यह अपने आप में देश की इकलौती टनल है।