गौरतलब है कि एनएचएआईसडक़ सुरक्षा प्रकोष्ठ के तत्कालीन उप प्रबंधक (टेक) जयवर्धन सिंह ने 5 अगस्त 2021 को देश के सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को पत्र लिखकर निर्देश दिए थे कि जिसमें उन्होंने बताया कि टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों का उपयोग ई-चालान के लिए किया जाएगा, इसलिए कैमरों को पुलिस थानों से जोड़ा जाए।
ई-चालान काटने के लिए लिया था निर्णय टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों को पुलिस थानों व अभय कमांड सेंटर से जोडऩे के लिए 5 जुलाई 2021 को मोर्थ ने एनएचएआई को पत्र लिखा। जिसमें बताया कि यातायात नियमों का उल्लंघन, जैसे कि तेज गति से वाहन चलाना, विपरीत दिशा में वाहन चलाना, गलत दिशा में वाहन चलाना, सीट-बेल्ट/हेलमेट न पहनना आदि राष्ट्रीय राजमार्गों पर सडक़ दुर्घटनाओं और मौतों का एक प्रमुख कारण है। सुप्रीम कोर्ट कमेटी ऑन रोड सेफ्टी एवं मोर्थ के सुझावों के अनुसार, ई-चालान जारी करने के लिए टोल प्लाजा और राष्ट्रीय राजमार्गों के साथ अन्य स्थानों पर स्थापित सीसीटीवी का उपयोग करने का निर्णय लिया गया।
ये दिए थे सुझाव – स्थानीय पुलिस विभाग के साथ सीसीटीवी कैमरों वाले सभी टोल प्लाजा का नक्शा तैयार करें। – पुलिस विभाग के साथ यातायात उल्लंघन के लिए सीसीटीवी फुटेज साझा करने की प्रक्रिया तैयार करें।
– ई-चालान के लिए राज्य पुलिस विभाग और सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के साथ मिलकर योजना बनाएं। सभी टोल प्लाजा पर क्रियान्वयन की निगरानी करें। जिला कलक्टर एक साल से लिख रहे पत्र
नागौर जिले के टोल नाकों पर लगे कैमरों के एक्सेस दिलवाने के लिए नागौर कलक्टर अरुण कुमार पुरोहित पिछले एक साल से पत्र लिख रहे हैं। कलक्टर ने अंतिम पत्र 7 जनवरी को पीडब्ल्यूडी के मुख्य शासन सचिव को लिखा, जिसमें उन्होंने बताया कि टोल प्लाजा के कैमरों को डीओआईटी नागौर से जोडने के लिए एजेण्डा 31 जनवरी 2024 को जिला सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक में शामिल किया गया, जिसका उद्देश्य अवैध वाहनों पर सुचारू निगरानी रखना, मालवाहक वाहनों में अवैध रूप से सवारी बैठाए जाने पर उचित कार्रवाई करना, ओवरस्पीड एवं ओवरलोडेड वाहनों पर पाबंदी लगाने के लिए उचित कार्रवाई तथा अपराधिक गतिविधियों की रोकथाम एवं निगराजी रखना था। इस सबंध में 12 मार्च 2024 को समिति की बैठक में उपस्थित एनएचएआई, आरएसआरडीसी व आरएसएचए के सभी प्रतिनिधियों को कार्रवाई करने के लिए निर्दशित किया था। कलक्टर ने बताया कि कैमरों का एक्सेस दिलवाने के लिए 19 मार्च 2024 को संबंधित पीडी एनएचएआई को भी पत्र भेजा था।
अधिकारी नहीं दिख रहे गंभीरता कलक्टर ने अपने पत्र में बताया कि जिला सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक 8 मई 2024, 18 जून 2024 एवं 30 अगस्त 2024 में संबंधित अधिकारियों को टोल नाकों के कैमरों का एक्सेस दिलवाने के लिए आदेशित किया था, लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद समिति ने 18 सितम्बर 2024 को संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखकर यथाशीध्र कार्रवाई करने के निर्देश दिए। फिर 8 अक्टूबर 2024, 7 नवम्बर 2024 एवं 18 दिसम्बर 2024 को आयोजित जिला सडक सुरक्षा समिति नागौर की बैठतों में बार-बार निर्देश दिए गए, लेकिन कोई प्रगति नहीं हुई।
मुख्य अभियंता ने मांगी स्पष्ट कार्य योजना नागौर कलक्टर की ओर से लिखे गए पत्र पर पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता (टेक) मुकेश भाटी ने कलक्टर को वापस पत्र लिखकर टोल नाकों के कैमरों का एक्सेस प्राप्त करने के लिए स्पष्ट कार्य योजना भेजने को कहा है। ताकि इस योजना का प्रभावी ढंग से प्रदेश स्तर पर लागू किया जा सके। अब उन्हें कौन बताए कि इस प्रकार के आदेश ही एनएचएआई ने साढ़े तीन साल पहले दिए थे।
टोल पर वाहन चालकों से मारपीट केस 1 – गोगेलाव टोल पर वाहन चालक से गंभीर मारपीट नागौर के राष्ट्रीय राजमार्ग 58 पर गोगेलाव व बाराणी गांव के बीच स्थित टोल प्लाजा पर 2 सितम्बर 2024 की रात को कार चालक से टोलकर्मियों ने लाठियों व सरियों से गंभीर मारपीट की, जिससे चालक गंभीर घायल हो गया। घायल को जोधपुर रेफर किया गया। इस मामले में पुलिस ने टोल मैनेजर अवतारसिंह सहित दो जनों को गिरफ्तार किया।
केस 2 – 5 मई 2024 जोधपुर ग्रामीण के ओसियां थाना क्षेत्र में नेशनल हाइवे पर बने टोल पर मामूली बात को लेकर टोलकर्मियों ने लाठी से बोलेरो में सवार परिवार के लोगों के साथ मारपीट कर डाली। इतना ही नहीं गाड़ी में सवार महिलाओं के साथ भी बदसलूकी की। पूरे घटनाक्रम का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपी टोलकर्मी को गिरफ्तार किया।
सीसीटीवी कैमरों से होगी आरोपियों की पहचान टोल नाकों के सीसीटीवी कैमरे जब पुलिस थानों व अभय कमांड से जुड़ जाएंगे, तो पुलिस हाइवे पर यातायात नियमों की अवहेलना करने वाले वाहन चालकों के ई-चालान बनाकर कार्रवाई करेगी। इसके साथ टोल नाकों पर टोलकर्मियों की ओर से वाहन चालकों के साथ तथा वाहन चालकों की ओर से टोलकर्मियों के साथ मारपीट होने पर फुटेज के आधार पर निष्पक्ष कार्रवाई कर सकेगी।
प्रयाास कर रहे हैं टोल नाकों के सीसीटीवी कैमरों को पुलिस थानों से जोडऩे के लिए मैंने जिला सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक में बात रखी थी। इस दिशा में काम चल रहा है, उम्मीद है जल्द ही जोड़ लेंगे।
– सुमित कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नागौर