दो दिन अवकाश के बाद सोमवार को शुरू हुआ दिल्ली विधानसभा सत्र
दरअसल, शनिवार और रविवार के अवकाश के बाद सोमवार को दिल्ली का विधानसभा सत्र दोबारा शुरू हुआ। सत्र शुरू होते ही रिठाला से भाजपा विधायक कुलवंत सिंह राणा खड़े हुए। कुलवंत सिंह राणा ने सदन में बोलना शुरू किया। इसी दौरान उनके वक्तव्य के बीच में
आम आदमी पार्टी की तरफ से किसी ने टिप्पणी कर दी। इसपर भाजपा विधायक कुलवंत सिंह नाराज हो गए। उन्होंने आम आदमी पार्टी के विधायक को संबोधित करते हुए कहा “हूं मत करना… हां ये हूं नहीं चलेगा। तुम लोगों की चोरी पकड़ी गई है, तुम लोग चोरी से आए हो।”
कुलवंत राणा और संजीव झा के बीच नोकझोंक
इसी बीच पास बैठे आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा ने भाजपा विधायक कुलवंत सिंह राणा का विरोध किया। इससे मामला और गरमा गया और कुलवंत सिंह राणा ने भरे सदन में संजीव झा को महाचोर बोल दिया। इसके बाद कुछ देर तक कुलवंत सिंह राणा और संजीव झा के बीच भी तीखी नोंकझोंक होती रही। मामला तूल पकड़ता देख स्पीकर विजेंद्र गुप्ता को अपनी कुर्सी से उठकर दोनों को शांत कराना पड़ा। स्पीकर ने कुलवंत सिंह से सीधे कहा कि आपको किसी की टिप्पणी पर जवाब नहीं देना है।
विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा “नियम 28 के तहत सभी सदस्यों को अपनी बात कहने का हक है। कोई बीच में टोकाटांकी न करें। विपक्ष के सदस्य चर्चा को आगे बढ़ने दें। मैं चाहता हूं कि सभी सदस्य बोलें। हमको विषय से नहीं हटना है। आपस में तकरार नहीं करनी है। अगर आपस में तकरार की जाएगी तो सदन का समय व्यर्थ होगा और सदन की गरिमा के विरुद्ध होगा। सदन में शब्दों के प्रयोग का ध्यान रखें।”
आम आदमी पार्टी पर दिल्ली को धोखा देने का आरोप
इसके बाद रविंद्र सिंह नेगी ने स्वास्थ्य की कैग रिपोर्ट के बारे में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की जनता से धोखा किया है। कैग रिपोर्ट चीख-चीखकर बता रही है कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने जनता के स्वास्थ्य से कैसे खिलवाड़ किया। सरकारी अस्पतालों में दवाएं नहीं मिली। दिल्ली के बड़े अस्पतालों में सामान्य सर्जरी के लिए दो-तीन महीने का इंतजार करना पड़ा। 15 से ज्यादा अस्पतालों में जमीन तो आवंटित की गई, लेकिन पिछले दस सालों से वह सारे प्लॉट धूल फांक रहे हैं।