पुलिस जांच में सामने आया है कि एक नाबालिग व एक युवक ने नाबालिग से इंस्टाग्राम पर चैटिंग कर दोस्ती की थी। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। सीकर सीओ सिटी आईपीएस प्रशांत किरण ने पत्रकार वार्ता में बताया कि नौ फरवरी को पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था। इसमें नाबालिग लड़की की मां ने शिकायत दी थी कि कुछ लड़के गांव में आए और नाबालिग को उठाकर ले गए। फिर उसके साथ गैंगरेप किया फिर उसे झुंझुनूं के ग्रामीण क्षेत्र में छोड़कर चले गए। एसपी भुवण भूषण यादव ने सीओ सिटी आईपीएस प्रशांत किरण के नेतृत्व में तीन टीमों का गठन कर आरोपियों का पीछा शुरू किया।
इधर गोकुलपुरा थानाधिकारी प्रीति बेनीवाल के नेतृत्व में टीम गठित की गई। एक टीम टेक्निकल, दूसरी टीम ह्यूमन इंटेलिजेंस और तीसरी टीम नाबालिग से काउंसलिंग और इनपुट्स जुटाने में लगी। मामला दर्ज होने के अगले दिन ही एक बाल अपचारी को निरूद्ध किया गया। बाल अपचारी गैंगरेप की घटना में तो शामिल नहीं था, लेकिन इस घटना से पहले बाल अपचारी के नाबालिग लड़की के साथ संबंध बने थे। गैंगरेप करने वाले तीन आरोपी मुकदमा दर्ज होने के बाद फरार हो गए थे।
मामला दर्ज होते ही गुजरात फरार हो गए थे आरोपी
पुलिस टीम को क्लू मिला कि आरोपी गुजरात की तरफ गाड़ी लेकर गए हैं। इस सूचना पर टीम लगातार आरोपियों की गाड़ी को ट्रेस कर उनका पीछा करती रही। आरोपी गुजरात के गांधीधाम तक चले गए, पुलिस की ओर से लगातार पीछा करने के चलते आरोपी वहां से वापस उदयपुवाटी आ गए। पुलिस को आरोपी के उदयपुरवाटी की ओर मूवमेंट पता चलने पर टीमें रवाना की।
पुलिस ने तीनों आरोपी चंद्र प्रकाश उर्फ जीतू (31 वर्ष) पुत्र रामनिवास कुमावत, जुगल किशोर (21 वर्ष) पुत्र रामस्वरूप कुमावत और अनिल कुमार उर्फ़ नेताजी (30 वर्ष) पुत्र सीताराम कुमावत उदयपुरवाटी इलाके से गिरफ्तार किया। तीनों आरोपी झुंझनूं जिले के नवलगढ़ थाना इलाके के परसरामपुरा गांव निवासी हैं। इनमें से आरोपी जुगल किशोर और चंद्रप्रकाश दोनों चचेरे भाई हैं।
इंस्टाग्राम पर होती थी बातचीत
पुलिस की अब तक की जांच में सामने आया है कि आरोपी चंद्र प्रकाश उर्फ जीतू की नाबालिग लड़की के साथ इंस्टाग्राम पर बातचीत होती थी। आरोपी जीतू ने अपने साथियों के साथ मिलकर नाबालिग से मिलने का प्लान बनाया। फिर तीनों आरोपी नाबालिग के गांव आए और उसे यहां से गाड़ी में ले गए और इसके बाद सामूहिक बलात्कार किया। इसके बाद आरोपी पीड़िता को झुंझुनूं के ग्रामीण इलाके में छोड़ कर भाग गए।
आरोपियों की गिरफ्तारी में इंस्पेक्टर प्रीति बेनीवाल, एएसआई हिदायत अली, एएसआई संतोष, हैड कांस्टेबल रामस्वरूप, हैड कांस्टेबल पवन कुमार, दयालसिंह, कांस्टेबल जयसिंह, बबलेश कुमार, हंसराज, किशोर कुमार, राकेश, विनोद कुमार, विनोद हरिसिंह, विकास की अहम भूमिका रही।