एक युवती ने सूर्या इस्टेट रोबटर सवीना निवासी हरेन्द्रसिंह सौदा के खिलाफ केस दर्ज कराया है। रिपोर्ट में युवती ने बताया कि आरोपी से उसकी पहचान वर्ष 2015 में फेसबुक से हुई थी। आरोपी ने मैसेज में लुभावनी बातों से प्रभावित करके मोबाइल नंबर ले लिए। कॉल पर बातें होने पर दोस्ती हो गई। आरोपी ने उसे बताया कि उसका तलाक हो गया है।
युवती 2018 में सहायक आचार्य पद पर कार्यरत थी तो आरोपी को मदद भी करने लगी। युवती के उदयपुर आने पर आरोपी ने पहली बार भूपालपुरा थाने बुलाया। उस समय आरोपी भूपालपुरा में थानाधिकारी था। फिर उसने संपर्क बढ़ाया और कॉल करके घंटों तक बातें करने लगा। वह जब भी उदयपुर आती, उसे अपनी गाड़ी में घुमाता।
मार्च 2019 में आरोपी का तबादला कोटा हो गया। वहां जाने से पहले युवती को उदयपुर बुलाया। प्रतापनगर स्थित एक फार्म हाउस में ले गया। उस दिन आरोपी ने शादी का वादा करके जबरन संबंध बनाए। इस बात की जानकारी आरोपी के मित्र गोवर्धनसिंह भाटी को भी थी।
इसके बाद आरोपी बार-बार संबंध बनाने के लिए रिसोर्ट, किराए के मकान और सरकारी पुलिस क्वार्टर में ले जाता। आरोपी उसके खुद के रिसोर्ट वेलागढ़ गांव रामा में ले गया। वहां भी शराब पिलाकर संबंध बनाए। इसके बाद वह जब भी शादी की बात करती तो आरोपी आनाकानी करता।
पीड़िता ने पुलिस केस करने की बात कही तो आरोपी खुद के पुलिस अफसर होने की धौंस दिखाता। उसे आपत्तिजनक वीडियो होने की बात कही और उसे वायरल करने की धमकी देने लगा। मई 2024 में पीड़िता से 10 लाख रुपए की मांग करके ब्लैकमेल किया। बदनामी के भय से वह आरोपी के कहे अनुसार करने लगी। इसके बाद आरोपी का जहां-जहां तबादला होता, पीड़िता को वहां बुलाता। कई बार सर्विस रिवॉल्वर से धमकाकर संबंध बनाए। पीड़िता के गर्भवती होने पर गर्भपात की गोलियां भी दी।
आरोपी 20 सितंबर 2024 को उसे स्पेक्ट्रम रिसोर्ट स्थित दोस्त भंवरसिंह के फ्लैट पर ले गया। आरोपी ने उसके दोस्त गोवर्धन सिंह और अन्य दोस्तों के साथ ग्रुप सेक्स के लिए कहा। इनकार करने पर मारपीट की। इसके बाद पीड़िता ने मिलने से मना कर दिया तो आरोपी बार-बार आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने की धमकी देने लगा।
पीड़िता ने कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय लिया और इसकी जानकारी आरोपी को मिल गई तो उसने पद का दुरुपयोग करते हुए पीड़िता के खिलाफ ही झूठा मुकदमा सवीना थाने में दर्ज करा दिया। इस पर सवीना थाने के एएसआई कासिमदुल्ला ने पीड़िता के साथ मारपीट और जातिगत शब्दों का इस्तेमाल करके धमकाया।