ठगी का यह मामला 25 अगस्त 2024 से 23 जनवरी 2025 के बीच का है। जब वाट्सएप के माध्यम से अनन्या स्मिथ नाम की महिला ने अनिल से संपर्क किया। अपनी चुटीली बातों में फंसा कर उन्हें ‘मोतीलाल ओसवाल इंस्टीट्यूशनल अकाउंट’ नाम का एक फर्जी ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए कहा। उन्हें बताया कि इसमें जितना ज्यादा इन्वेस्ट करेंगे, उतना फायदा होगा। इस बीच उन्हें एक वाट्सऐप ग्रुप से जोड़ा गया।
इस ग्रुप में 260 से अधिक लोग शामिल थे। इसका ग्रुप एडमिन रामदेव अग्रवाल नाम के व्यक्ति ने स्वयं को प्रसिद्ध ब्रोकरेज कंपनी मोतीलाल ओसवाल का चेयरमैन बताया। वह समय-समय पर ग्रुप में बिजनेस टिप्स देता रहा। इस दौरान ग्रुप के सदस्य अपना अनुभव बताते हुए इंवेस्टमेंट में लाखों रुपए लाभ होना बताते रहे। इससे पीड़ित का विश्वास बढ़ता गया। अकाउंट खोल लेने के बाद उनसे एक ऐप भी डाउनलोड कराया गया। इसी दौरान फर्जी कॅस्टमर केयर अधिकारियों ने विभिन्न खातों में पैसे जमा करने कहा, ताकि अधिकाधिक लाभ मिल सके। पीड़ित उनकी बातों में आकर रकम लगाता रहा।
ठगी का अहसास होने पर अनिल के होश गुम
ठगी का अहसास होने पर अनिल के होश गुम हो गए। उन्होंने साइबर थाने में आप बीती बताते हुए साइबर ठगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने अज्ञात साइबर अपराधियों के खिलाफ धारा 3 (5) बीएनएस और 318(4)-बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है।
ये रखें सावधानी
सोशल मीडिया पर साझा की गई व्यक्तिगत जानकारी को सीमित करें।
ऐप्स केवल विश्वसनीय स्रोतों से ही डाउनलोड करें।
उपकरणों को पासवर्ड या बायोमेट्रिक्स से लॉक करें।
पासवर्ड में वर्ड, अंक सहित स्टार आदि का उपयोग कर मजबूत बनाएं।
दोस्तों से कर्ज और लोन लेकर जमा किए पैसे, रकम वापस मांगते ही ट्रेडिंग एप बंद
ठगराजों के विश्वास में आकर अनिल ने अपने पास जमा पूंजी, कुछ दोस्तों से उधार लेने के साथ ही 50 प्रतिशत से ज्यादा रकम लोन लेकर कुल 31.36 लाख रुपए फर्जी ट्रेंडिंग अकाउंट में जमा कर दिया। रकम जमा होने के बाद ऐप में उन्हें 83 लाख रुपए का मुनाफा दिख रहा था। अब जब अनिल ने निवेश पर मुनाफा लेने की कोशिश की तो अचानक ऐप बंद हो गया और उनके अकाउंट का एक्सेस भी समाप्त हो गया, तब कहीं जाकर पीड़ित की आंख खुली और ठगी का अहसास हुआ। जानकारों से सलाह के बाद करें निवेश
साइबर ठग हमसे ज्यादा स्मार्ट हैं। वे भय या लालच का झांसा देते हैं, और हम उनके जाल में फंस जाते हैं। कोई भी कम समय में ज्यादा मुनाफा का लालच दे रहा है, तो समझिए कि आप ठगी के शिकार होने वाले हैं। जानकारों से सलाह लेने के बाद ही सोच-समझकर निवेश करना चाहिए। साइबर ठगी होने पर 1930 पर तुरंत कॉल करें। – रजनेश सिंह, एसपी
रेलवे में इंजीनियर ने ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 31.36 लाख रुपए की ठगी होने की शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत पर अपराध दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। – विजय चौधरी, टीआई, साइबर थाना, बिलासपुर रेंज