कक्षा-शिक्षक अनुपात गिरा
प्रदेश में सरकारी स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात में सुधार हुआ है, जो सकारात्मक संकेत है। 2022 में 68.5 फीसदी स्कूलों में यह अनुपात मानकों पर खरा था, जो अब 2024 में बढ़कर 81.6 प्रतिशत हो गया है। हालांकि, कक्षा शिक्षक अनुपात में गिरावट आई है।शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए आवश्यक कदम
■ गणितीय शिक्षा को मजबूत करना■ डिजिटल लर्निंग का समुचित उपयोग
■ शिक्षक प्रशिक्षण में सुधार
■ खेल मैदानों की संख्या बढ़ाई जाए
खेल मैदानों की संख्या में गिरावट
शारीरिक शिक्षा और खेलकूद को शिक्षा का अहम हिस्सा माना जाता है, लेकिन राजस्थान के सरकारी स्कूलों में खेल मैदानों की संख्या में कमी आई है। 2022 में 77.3 फीसदी स्कूलों में खेल मैदान उपलब्ध थे, जो 2024 में घटकर 76.1 प्रतिशत रह गए हैं। खेल मैदानों की संख्या में गिरावट का असर छात्रों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ सकता है।छात्रों के सीखने के तरीकों में बदलाव
स्मार्टफोन और डिजिटल उपकरणों के उपयोग से छात्रों के सीखने के तरीकों में बदलाव आ रहा है। शिक्षा विभाग, शिक्षकों और अभिभावकों को इस दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे ताकि बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता को बेहतर किया जा सके।-रमेश पुष्करणा, प्रदेश अध्यक्ष, राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय