द्रविड़ ने कहा, आइपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट को जीतने के लिए आपको हर छोटे मौके भुनाने होते हैं, लेकिन हमने इसके उलट छोटी-छोटी काफी गलतियां की, जो हमें भारी पड़ीं। हम इन चीजों से सीख ले रहे हैं क्योंकि आप इसके अलावा और कुछ नहीं कर सकते। यदि आप इस सीजन हमारा प्रदर्शन देखें तो दो-तीन मैच हम बहुत नजदीक आकर हार गए। आप इसे बदकिस्मती भी कह सकते हैं।
अभी तक टूर्नामेंट में परिणाम चाहे जैसा भी रहा हो लेकिन मैं अपनी टीम से काफी खुश हूं। ये एक युवा टीम है, जो धीरे-धीरे निखर रही है। टीम में वैभव सूर्यवंशी, यशस्वी जायसवाल, रियान पराग और ध्रुव जुरेल जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, जो परिणाम बदलने की क्षमता रखते हंै।
संजू सैमसन की चोट में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। साइड स्ट्रेन की चोट पूरी तरह से सही होने में कुछ समय लेती है। हमारी मेडिकल टीम रोज उनका चेकअप करती है। उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में वह पूरी तरह से फिट हो जाएंगे। इसमें कोई दो राय नहीं है कि हमें हर मैच में उनकी कमी खलती है?
पिछला मैच हमारे लिए बेहद जबरदस्त रहा और हम जीत की लय को आगे भी कायम रखना चाहते हैं। मुंबई इंडियंस एक बेहद मजबूत टीम है लेकिन हमारे खिलाडिय़ों का हौंसला काफी बुलंद है। हम ज्यादा आगे की नहीं सोचते और एक मैच पर ही फोकस करते हैं।
गुजरात टाइटंस के खिलाफ 35 गेंदों में शतक लगाने वाले 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी सुर्खियों में हैं, लेकिन कोच राहुल उन्हें एक कोच नहीं ब्िल्क बड़े भाई के रूप में जरूरी बातें भी समझा रहे हैं। द्रविड़ ने कहा, मैं चाहता हूं कि वैभव चकाचौंध से दूर रहकर खेल पर ही फोकस करे। हालांकि आज के दौर में यह मुश्किल है, इसलिए हम उसे सिखा रहे हैं कि तारीफों के साथ आलोचनाओं का सामना कैसे किया जाए। हम उसके आसपास एक मजबूत सपोर्ट सिस्टम बनाने की कोशिश कर रहे हैं। भारत में ये सभी चीजें क्रिकेट का हिस्सा हैं और आपको इनका सामना करना सीखना होगा।