पूजा की तैयारी
शिवरात्रि के दिन प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें और भगवान शिव की मूर्ति या शिवलिंग को स्थापित करें। पूजा सामग्री में गंगाजल, दूध, दही, शहद, बेलपत्र, धतूरा, अक्षत (चावल), फूल, धूप, दीपक और मिठाई शामिल करें।पूजा विधि
शिवरात्रि पर ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप 108 बार करें। यह मंत्र अत्यंत प्रभावी माना जाता है और इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। शिवलिंग का अभिषेक गंगाजल, दूध, दही, शहद और शुद्ध जल से करें। अभिषेक के बाद बेलपत्र, धतूरा और अक्षत अर्पित करें। दीपक जलाकर भगवान शिव की आरती करें और मिठाई का प्रसाद चढ़ाएं। प्रसाद को सभी में बांटें। पूजा के बाद मनचाहा वर पाने के लिए भगवान शिव से सच्चे मन से प्रार्थना करें। अपनी इच्छा व्यक्त करते समय मन में श्रद्धा और विश्वास बनाए रखें।व्रत का महत्व
शिवरात्रि पर व्रत रखने से मनोकामना शीघ्र पूर्ण होती है। इस दिन केवल फलाहार ग्रहण करें और जल पिएं। रात्रि जागरण करके भजन-कीर्तन करें और भगवान शिव का स्मरण करें। कहा जाता है कि जो कन्या इस व्रत को सच्चे मन से करती है, उसे मनचाहा वर अवश्य प्राप्त होता है।