वापस शुरू होगा लाइट एंड साउंड शो तीर्थस्थल मचकुण्ड पर पूर्व में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यहां पर लाइट एंड साउंड शो और रंगीन फव्वारे शुरू किए गए थे। लेकिन रख-रखाव के अभाव में यह बंद हो गए और लाइट इत्यादि खराब हो गई। परियोजना के तहत भेजे प्रस्ताव में लाइट एंड साउंड शो को वापस शुरू करने के लिए 30 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। इसी तरह मचकुण्ड परिसर में सफाई का बड़ी समस्या रहती है इस पर 5 लाख रुपए खर्च होंगे। साथ ही परिसर में लावारिस पशुओं को रोकने और अन्य सुरक्षा उपायों पर 15 लाख रुपए खर्च करने का प्रस्ताव है। वहीं, मचकुड परिसर में बंद पड़ी लाइटों को वापस दुरस्त करने के लिए भी 10 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा तीर्थ स्थल पर सीसीटीवी कैमरे, बुनियादी सेवाएं जैसे पेयजल, टॉयलेट इत्यादि का विकास कराया जाएगा।
पर्यटन सुविधा केन्द्र पर पर्यटक ले सकेंगे जानकारी जिले में भ्रमण करने आने वाले पर्यटकों के लिए अभी तक पर्यटन स्थलों की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कोई केन्द्र स्थापित नहीं है। पर्यटन विभाग का जो पर्यटन स्वागत केन्द्र है वह संभाग मुख्यालय भरतपुर पर स्थित है। इस वजह से पर्यटकों को जिले के पर्यटन केन्द्रों की जानकारी नहीं मिल पाती और वह एक-दो प्वाइंटों को घूम कर लौट जाते हैं। इसको लेकर हुए पंच गौरव परियोजना में पर्यटन सुविधा केन्द्र बनाने का निर्णय लिया है। यह केन्द्र मचकुण्ड पर विकसित किया जाएगा, जिस पर 15 लाख रुपए खर्च होंगे।
प्रचार प्रसार नहीं होने से नहीं पहुंच रहे पर्यटन जिले में कई ऐतिहासिक पर्यटन स्थल हैं। लेकिन पर्यटन विभाग की ओर से प्रचार प्रसार नहीं होने से ये पर्यटकों से ओझल बने हुए हैं। इसमें बाड़ी में तालाबशाही, शेरगढ़ किला, झोर स्थित मुगल गार्डन, शहर में निहाल टावर, सिटी जुबली हॉल, रामसागर अभयारण्य, खानपुर महल, वन विहार, शहर में चोपड़ा शिव मंदिर व राष्ट्रीय चंबल वन्यजीव अभयारण्य इत्यादि पर्यटन केन्द्र मौजूद हैं।
– पंच गौरव परियोजना में तीर्थस्थल मचकुण्ड को शामिल किया है। पर्यटन स्थल को विकसित किया जाएगा। साथ ही इसका प्रचार प्रसार किया जाएगा, जिसे पर्यटक यहां पहुंच सकें। – श्रीनिधि बी टी, जिला कलक्टर धौलपुर