5 Health Supplements May Raise Your Blood Pressure
High Blood Pressure Supplements: दुनिया भर में, 30 से 79 साल के लगभग 1 अरब 28 करोड़ (1.28 अरब) लोगों को बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर (High BP) है। यह हाई ब्लड प्रेशर जिसे हाइपरटेंशन (Hypertension) भी कहते हैं, दिल की खतरनाक बीमारियों, जैसे हार्ट अटैक और लकवा (स्ट्रोक) की सबसे बड़ी वजह है।
जिन लोगों को हाई बीपी (High Blood Pressure) की दिक्कत है उन्हें इसे कंट्रोल में रखने के लिए अपनी लाइफस्टाइल (रहने-सहने का तरीका, खान-पान, व्यायाम) बदलना पड़ता है और दवाइयां लेनी पड़ती हैं। लेकिन ध्यान रहे कुछ ऐसी चीज़ें हैं जो आप अलग से खाते हैं या लेते हैं (जिन्हें सप्लीमेंट्स कहते हैं) जो आपके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में दिक्कत पैदा कर सकती हैं। यह आपके ब्लड प्रेशर की समस्या को और बढ़ा सकता है।
Health Supplements May Raise Your BP : इसलिए अगर आपका ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) बढ़ा हुआ रहता है, तो यहां पांच ऐसे सप्लीमेंट्स के नाम दिए गए हैं जिनसे आपको दूर रहना चाहिए या जिन्हें नहीं लेना चाहिए।
अगर आपका बीपी (Blood Pressure) बढ़ा हुआ है, तो ‘बिटर ऑरेंज’ वाली चीज़ों से बचके रहें। यह ‘बिटर ऑरेंज’ नाम की चीज (जो अक्सर वजन घटाने के लिए लोग लेते हैं) उन लोगों के लिए खतरनाक हो सकती है जिनका बीपी बढ़ा हुआ है। इसमें एक खास तरह का केमिकल होता है जो आपके बीपी (Blood Pressure) को और बढ़ा सकता है और दिल की धड़कन को तेज़ या बेकाबू कर सकता है। इसलिए अगर आपको हाई बीपी की समस्या है तो इसे लेने से आपको हार्ट अटैक या लकवा (स्ट्रोक) होने का खतरा बहुत ज़्यादा बढ़ सकता है।
मुलेठी (Licorice root)
मुलेठी की जड़ जिसे लोग अक्सर पेट ठीक करने या किसी चीज को मीठा बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं यह भी एक ऐसी चीज है जिससे हाई ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) वाले लोगों को बचना चाहिए।
मुलेठी में ‘ग्लिसिरिजिन’ नाम का एक पदार्थ होता है। यह पदार्थ ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है। एक रिसर्च (जो 2017 में हुई थी) में पता चला कि यह ‘ग्लिसिरिजिन’ शरीर में पोटेशियम को कम कर देता है और नमक (सोडियम) को जमा कर लेता है जिससे बीपी बढ़ जाता है।
जिन लोगों का ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ रहता है, उन्हें कैफीन से दूर रहना चाहिए। ध्यान दें कैफीन सिर्फ आपकी सुबह की कॉफ़ी या दोपहर की चाय में ही नहीं होता। यह ताकत बढ़ाने वाले (एनर्जी वाले) कई सप्लीमेंट्स में भी खूब मिलाया जाता है। ऐसे सप्लीमेंट्स आपके ब्लड प्रेशर को थोड़ी देर के लिए अचानक बढ़ा सकते हैं। हो सकता है यह बढ़ोतरी सिर्फ 2 mmHg जितनी कम लगे लेकिन जिन लोगों को पहले से ही हाई बीपी की दिक्कत है या खतरा है, उनके लिए यह थोड़ी सी बढ़ोतरी भी खतरनाक हो सकती है।
इसलिए अगर आप कोई सप्लीमेंट ले रहे हैं तो उसका पैकेट/लेबल ध्यान से जरूर देखें। कैफीन वाले सप्लीमेंट्स हाई बीपी वाले लोगों के लिए खतरा और बढ़ा सकते हैं।
‘योहिम्बे’ (Yohimbe)
योहिम्बे’ नाम की एक चीज है जो अफ्रीका के एक पेड़ की छाल से बनती है। लोग इसे मर्दाना कमजोरी (इरेक्टाइल डिस्फंक्शन) दूर करने या वजन कम करने के लिए लेते हैं। मगर यह एक ऐसी चीज है जो शरीर में उत्तेजना बढ़ाती है और यह आपके ब्लड प्रेशर और दिल की धड़कन को अचानक बढ़ा सकती है।
यही वजह है कि जिन सप्लीमेंट्स में योहिम्बे होता है वो हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों के लिए बिलकुल भी अच्छे नहीं होते। यह ‘योहिम्बे’ शरीर में ‘नॉरपेनेफ्रिन’ नाम के एक हॉर्मोन/केमिकल की मात्रा बढ़ा देता है। जब यह ‘नॉरपेनेफ्रिन’ बढ़ता है, तो खून की नसें सिकुड़ जाती हैं। इससे खून का बहाव मुश्किल हो जाता है और आपका ब्लड प्रेशर और ज्यादा बढ़ जाता है।
एक ‘एफेड्रा’ नाम की चीज होती है जो पहले वजन घटाने वाले सप्लीमेंट्स में बहुत इस्तेमाल होती थी। यह शरीर को बहुत ज्यादा उत्तेजित (stimulate) करती है और ब्लड प्रेशर को काफी ज्यादा बढ़ा सकती है। इसकी वजह से दिल को होने वाले खतरों को देखते हुए अमेरिका की सरकारी संस्था FDA ने 2004 में ही इस पर पूरी तरह रोक लगा दी थी।
मगर अभी भी कुछ ऐसी हर्बल चीज़ों में मिल जाती है जिन्हें लोग ‘कुदरती’ ताकत बढ़ाने वाला बताकर बेचते हैं। इसमें जो ‘एफेड्रिन अल्कालॉइड्स’ नाम के तेज केमिकल होते हैं उनका सीधा संबंध हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, लकवा (स्ट्रोक) और यहां तक कि अचानक मौत से भी माना जाता है।
भले ही यह सप्लीमेंट्स में बैन है, लेकिन इसका मुख्य केमिकल ‘एफेड्रिन’ अभी भी दमा (अस्थमा) और कुछ एलर्जी की दवाइयों में मिलता है। इसलिए किसी भी चीज का लेबल बहुत ध्यान से पढ़ें और कोई भी नया सप्लीमेंट या दवाई लेने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें।
ब्लड प्रेशर मापने के सही तरीके | Proper Blood Pressure Measurementडिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।