आधा घंटे बाद बता दिया था पाकिस्तान को
जयशंकर ने कहा कि सात मई को भारतीय सेना द्वारा पाक के नौ आतंकी ठिकाने ध्वस्त करने के आधा घंटे बाद ही पड़ोसी को इसकी जानकारी दे दी गई थी कि यह आतंकियों पर कार्रवाई है और उसे दखल नहीं करना चाहिए, लेकिन पाकिस्तान ने सलाह नहीं मानी।
संसदीय समिति कई विपक्ष के नेता हुए शामिल
विदेश मंत्री ने कहा कि ऑपरेशन शुरू होने से पहले पाकिस्तान को सूचित करने के उनके कथित बयान को गलत तरीके से पेश किया गया। संसदीय समिति की बैठक में विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह, वरिष्ठ कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक, सपा की जया बच्चन और डीएमके के दयानिधि मारन समेत अन्य लोग शामिल हुए। ‘वह फायर करेंगे तो हम फायर करेंगे’
बैठक में सदस्यों ने तीसरे पक्ष की मध्यस्थता, आइएमएफ से पाकिस्तान को कर्ज, सिंधु जल संधि निलंबन आदि पर सवाल पूछे। विदेश मंत्री ने कहा कि सिंधु जल संधि पर जो भी आगे होगा, देशहित में अच्छा होगा। ऑपरेशन के दौरान जब भी किसी देश ने भारत से बात की तो हमने साफ कहा कि वह फायर करेंगे तो हम फायर करेंगे वो रोकेंगे तो हम रुकेंगे।
‘चीन ने नहीं दिया पाकिस्तान का खुलकर साथ’
विदेश मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर सिर्फ तुर्की और अजरबैजान का खुला समर्थन मिला जबकि भारत के साथ कई देश खुले तौर पर सामने आए। चीन ने पाक का खुला समर्थन नहीं किया।